India News (इंडिया न्यूज), Wedding: भारतीय संस्कृति में होने वाले विवाह बहुत खूबसूरत होते हैं। विवाह से पहले कई तरह की रस्में निभाई जाती हैं जिसमें एक रस्म मेहंदी की होती है। हाथों में रचने वाली मेहंदी दुल्हन की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगा देती है। धार्मिक मान्यताओं में भी मेहंदी को बहुत शुभ और सुहाग से जोड़ा जाता है।
विवाह में दुल्हन के हाथ और पैर दोनों में भर-भर कर मेहंदी लगाने की अनोखी रस्म निभाई जाती है। मेहंदी को शादी से एक दिन पहले ही लगाया जाता है भारतीय संस्कृति में यह परंपरा आज से नहीं बल्कि सदियों से मानी जा रही है। हिंदू धर्म में तो मेहंदी को महिला के 16 श्रृंगार में से एक माना जाता है। विवाह में वधु को जब मेहंदी लगाई जाती है तो वह अपने हाथों में अपने होने वाले वर का नाम लिखवाती है। लेकिन क्या आपको इसके पीछे का कारण पता है? यदि नहीं तो आज हम आपको बताएंगे कि आखिर दुल्हन के हाथों में पति का नाम लिखवाने की क्या वजह है। आइए आपको बताते हैं।
Wedding
ज्योतिष के अनुसार दुल्हन के हाथों में मेहंदी से दूल्हे का नाम लिखवाने की परम्परा अभी की नहीं बल्कि सदियों से प्रचलन में है। ऐसा माना जाता है कि, हाथों की मेहंदी में पति का नाम लिखा होने से सुखमय वैवाहिक जीवन की शुरुआत होती है और पति अपनी पत्नी को बहुत प्रेम करता है उनके जीवन में खुशियां बनी रहती हैं।
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इसके अलावा ज्योतिष में यह भी माना जाता है कि होने वाली वधु को या एक पत्नी को भी हमेशा अपने दाहिने हाथ की कलाई पर मेहंदी से अपने वर या पति का नाम लिखवाना चाहिए। ज्योतिष में इसके पीछे की वजह यह बताई गई है कि पत्नी अपने पति की वामांगी बनती है और इसी कारण से वह अपने पति की दाहिनी तरफ जाकर बैठती है। ज्योतिष में दाहिने हाथ में ही मेहंदी से पति का नाम लिखवाने का एक कारण और यह बताया जाता है कि, शरीर का दाहिना हिस्सा सूर्य से सम्बंधित होता है इसलिए ऐसा माना जाता है कि दाहिने हाथ में दुल्हन का नाम लिखवाने से दोनों पति पत्नी को सूर्यदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
सदियों पहले दुल्हन ही सिर्फ पति का नाम अपने हाथ में लिखवाती थी परन्तु आज न सिर्फ दुल्हन बल्कि दूल्हा भी अपने होने वाली पत्नी का नाम मेहंदी से लिखवाता है। यह दोनों पति-पत्नी के बीच आपसे प्रेम, समर्पण, सामंजस्य और मजबूत रिश्ते को दर्शाता है।
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