India News (इंडिया न्यूज)CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे दिन विधानमंडल में जोरदार भाषण दिया और सनातन विरोधियों पर निशाना साधा। सीएम योगी ने आंकड़ों के जरिए मक्का-मदीना और महाकुंभ में अंतर समझाया। उन्होंने यह भी दोहराया कि मुल्ला-मौलवी पैदा करने वाली कट्टरवाद की शिक्षा नीति उत्तर प्रदेश में कभी नहीं चलने दी जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि 45 दिवसीय महाकुंभ मेले ने प्रदेश में पंचतीर्थ का सृजन किया है। प्रयागराज के साथ काशी, अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा-वृंदावन पांच महातीर्थ बनकर उभरे हैं। प्रयागराज ही नहीं, इन स्थानों पर भी करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे हैं। अयोध्या और काशी में 52 दिनों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। उन्होंने मुसलमानों के सबसे बड़े और पवित्र तीर्थ स्थल मक्का मदीना और महाकुंभ में अंतर बताया। सीएम योगी ने कहा कि 24 दिनों में 1 करोड़ 40 लाख यानी करीब डेढ़ करोड़ लोग मक्का पहुंचे हैं।
ईसाइयों के सबसे बड़े धार्मिक स्थल वेटिकन सिटी में 80 लाख लोग पहुंचे हैं। लेकिन अकेले अयोध्या में 12 गुना ज्यादा श्रद्धालु यानी 16 करोड़ पहुंचे हैं। महाकुंभ में 45 दिनों में 64 करोड़ लोगों ने संगम स्नान किया है। यह उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन का नया रिकॉर्ड दिखाता है। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा, हमारी सरकार में कट्टरता की प्रवृत्ति नहीं चलेगी। हम बच्चों को मुल्ला-मौलवी नहीं, वैज्ञानिक और आधुनिक शिक्षा देने के पक्षधर हैं।
सीएम योगी ने कहा, 2025 सारे आंकड़े ध्वस्त करने वाला है। गिद्धों को लाशें और सूअरों को गंदगी मिलने वाला बयान दोहराते हुए सीएम ने कहा, महाकुंभ में जिसने जो खोजा, उसे मिल गया। सनातन की खूबसूरती और महत्ता वामपंथियों और समाजवादियों को नहीं दिखी, लेकिन पर्यटकों को वहां पहुंचना मुश्किल हो गया।
सपा को कटघरे में खड़ा करते हुए सीएम ने कहा, समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से दुष्प्रचार होता रहा कि बस्ती गोरखपुर मंडल के 35 लोग मारे गए, जबकि बाद में पता चला कि वे लोग अपने घर पहुंच गए। इसी तरह प्रयागराज के खूंटी गुरु की कहानी भी हुई। एक नेता संसद में कह रहे थे कि महाकुंभ में हजारों लोग मारे गए, जबकि डिजिटल कुंभ के कारण 28 हजार लापता लोग मिल गए। उनके नेता प्रयागराज के अक्षयवट कॉरिडोर को अकबर का किला बताते हैं। वेदों में अक्षयवट का उल्लेख है, अकबर का कार्यकाल कब था, यह उनसे पूछना चाहिए।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में 200 से अधिक सड़कें बनीं। सिंगल लेन से लेकर टू लेन और फोर लेन और 14 फ्लाईओवर बनाए गए। भगदड़ में अपने परिजनों को खोने वाले 30 परिवारों के प्रति भी संवेदना है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।