India News (इंडिया न्यूज),Yogi adityanath: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर दिन शरारत पर शरारत करके झूठ के नए मानक गढ़े जा रहे हैं। भारत के संसदीय लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था देश की संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान इस ओर सबका ध्यान खींचते हैं। ये दोनों बयान न केवल उनके सनातन धर्म विरोधी चरित्र को उजागर करते हैं बल्कि उनकी गिद्ध दृष्टि की ओर भी सबका ध्यान खींचते हैं, जो पहले दिन से ही इस महाकुंभ के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रही है।
योगी ने कहा, ‘उनका यह बयान न केवल सनातन धर्म पर हमला है बल्कि निंदनीय और शर्मनाक भी है। कांग्रेस अध्यक्ष का यह कहना कि प्रयागराज कुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हजारों लोग मारे गए… हमें अफसोस है कि इतने वरिष्ठ नेता… देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष से देश की संसद में शालीन बयान की उम्मीद की जाती है। वह इतना भ्रामक बयान दे रहे हैं… झूठ पर झूठ बोल रहे हैं।’
योगी ने आगे कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान भी कुछ ऐसा ही है… दोनों के बीच होड़ चल रही है कि कौन सबसे ज्यादा सनातन विरोधी बयान दे सकता है। कहने को तो कोई आंकड़ा नहीं दिया गया… प्रशासन ने जो आंकड़े दिए, वो भी मैंने सबके सामने रखे। घटना दुखद थी। हर व्यक्ति दुखी था। जिस त्वरित प्रतिक्रिया से मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस सभी ने मिलकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। यह अपने आप में एक मिसाल है।
योगी ने कहा, ‘उस दिन प्रयागराज में करोड़ों लोग मौजूद थे। ये दोनों पार्टियां और सनातन विरोधी चाहते थे कि बड़ा हादसा हो। हमारा प्रयास था कि इसे शून्य दुर्घटना तक ले जाया जाए लेकिन दुर्भाग्य से घटना हो गई। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख का बयान कि सरकार ने महाकुंभ में 100 करोड़ लोगों के आने की घोषणा की थी, मुझे लगता है कि उन्हें बयान को थोड़ा पढ़ना चाहिए। ये लोग 12 बजे उठने वाले लोग हैं। वे कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा दिए गए नोट के अनुसार बयान देते हैं। उसके अनुसार बयानों को नेता के रूप में नहीं बल्कि पाठक के रूप में पढ़कर वे अपना और राजनेताओं का मजाक उड़ाते हैं।