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'बंटोगे तो लुटोगे…', महापंचायत में राकेश टिकैत ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी, किसानों से की ये अपील

BY: Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 22, 2024, 4:24 pm IST
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'बंटोगे तो लुटोगे…', महापंचायत में राकेश टिकैत ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी, किसानों से की ये अपील

India News (इंडिया न्यूज़),Rakesh tikait news: एटा के मारहरा रोड पर शनिवार को किसान महापंचायत में आए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने किसानों को हक की लड़ाई के लिए एकजुट रहने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि बंटोगे तो लुटोगे। केंद्र और प्रदेश सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन आय दोगुनी नहीं हुई। कर्ज जरूर दोगुना हो गया।

संसद परिसर में हुई मारपीट को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि देश के इतिहास में यह पहली घटना है कि किसी शिकायत के आधार पर किसी बड़े नेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इससे संसद की गरिमा गिरी है।

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महापंचायत में राकेश टिकैत ने दिया एकजुट रहने का मंत्र

किसान महापंचायत में आए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि एकजुट रहो, सरकार हमें लूट लेगी। जल्द ही दिल्ली से एक बड़ा आंदोलन शुरू होने वाला है। महापंचायत में उन्होंने आगे कहा कि हम जो उपज खेत में उगाते हैं, उसका हमें सही दाम नहीं मिलता। बीच में बिचौलिए अपना हिस्सा ले लेते हैं। किसानों को यूरिया, डीएपी नहीं मिल पा रहा है। सरकार चाहती है कि किसान परेशान होकर अपनी जमीन उसे बेच दें।

किसान नेता ने यह भी कहा कि एकजुट रहो, सरकार हमें लूट लेगी। जल्द ही दिल्ली से एक बड़ा आंदोलन शुरू होने वाला है। उन्होंने कहा कि 2013 से सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है। जबकि सरकार लगातार किसानों की जमीन अधिग्रहण कर रही है, सर्किल रेट बढ़ाया जाना चाहिए। इस पर कोई चर्चा नहीं होती। किसान आयोग की रिपोर्ट पर कुछ नहीं होता।

राकेश टिकैत ने और क्या कहा?

स्थानीय मुद्दे उठाते हुए उन्होंने कहा कि जिले में पानी की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसकी कीमत चुकाई जानी चाहिए, जैसे गेल ने पाइपलाइन बिछाने की कीमत चुकाई है। हमेशा किसानों के हितों की बात करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और आडवाणी को दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 1 मार्च 1987 को आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से दो लोग मारे गए थे, एक अकबर अली जो मुस्लिम था और दूसरा हिंदू जयपाल मलिक था।

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