इंडिया न्यूज, लखीमपुर:
गत तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में बड़ी घटना तब घटी जब प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों ने कुचल दिया। किसानों को कुचलने वाली गाड़ियां भाजपा नेताओं के काफिले में शामिल थीं। इस घटना के बाद पूरे देश की नजरें लखीमपुर खीरी में होने वाले राजनीतिक घटनाक्रम पर लगी हुई हैं। हर रोज किसी न किसी पार्टी के नेता वहां पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को भी पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अपने साथियों के साथ लखीमपुर पहुंचे और मृतक लवप्रीत सिंह के परिजनों के साथ दुख साझा किया।
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इस अवसर पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि भाजपा द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस न लेना और किसानों की अनदेखी भविष्य में भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि लखीमपुर के बेटों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। कांग्रेस हमेशा उनके साथ खड़ी थी और खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो वे बड़ा कदम उठाएंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता व कैबिनेट मंत्री विजय इंद्र सिंगला, राज कुमार चब्बेवाल, कुलजीत सिंह नागरा, और विधायक मदनलाल भी उपस्थित थे।
केंद्रीय कृषि कानूनों का लंबे समय से विरोध कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर खीरी में पीड़ितों को हर हाल में न्याय मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के आरोपियों की न केवल जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए बल्कि उनको सजा भी सुनाई जाए। ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके। टिकैत ने कहा कि यह मान लेना कि पीड़ितों को मुआवजा दे दिया गया है यह इंसाफ नहीं है।