इंडिया न्यूज, मेरठ:
मेरठ में मोदीपुरम क्षेत्र के भराला गांव में जमीन के विवाद में बेटे ने ही पिता को फरसे से काट (Son killed Father in land Dispute) डाला। सोमवार सुबह पड़ोसियों ने वृद्ध की खून से लथपथ लाश देखी, तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल दौराला थाना क्षेत्र के भराला गांव निवासी किसान विजयपाल चौधरी ने चार साल साल पहले 15 लाख रुपये में अपनी जमीन बेची थी। इसके बाद विजयपाल घर नहीं लौटा और कहीं चला गया था। तीन महीने पहले ही वह घर आया था। बेटों ने कहा कि जमीन के रुपये जिसे दिए है, उसी के पास जाकर रहो। रविवार रविवार रात विजयपाल मकान की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में चारपाई पर सोया हुआ था। रात करीब एक बजे बड़ा बेटा अभिशांत आया और सोते हुए विजयपाल पर फरसे से अंधाधुंध वार करने लगा। विजयपाल की गर्दन काट दी, दायां हाथ अलग कर दिया। बेरहमी से हत्या करके अभिशांत चला गया। सोमवार सुबह हत्या का शोर मचा तो पुलिस को सूचना दी गई। सीओ दौराला आशीष शर्मा और एसपी सिटी विनीत भटनागर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। साथ ही आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। छोटे भाई प्रशांत ने बड़े भाई के खिलाफ पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पिता की हत्या करने का अभिशांत को कोई अफसोस नहीं था। उसने बताया कि उसका पिता मां सरला के साथ मारपीट करता था। चार साल पहले जमीन भी बेचकर कहीं चला गया था, जिसके रुपये उन्हें नहीं दिए थे। अब बची हुई छह बीघा जमीन भी बेचना चाहता था, इसलिए उसे मार डाला। लावड़ से 300 रुपये में वह फरसा खरीदकर लाया था। अभिशांत ने कहा कि वह रात में पिता के पास ही चारपाई पर सो रहा था। हत्या करने से पहले शराब पी थी। फरसा खरीदने के लिए भी 300 रुपये उधार लिए थे। अपनी चारपाई पर ही अंधेरे में उसने फरसा अपने पास रख लिया था। उसने कहा कि हत्या मैंने अकेले की, घर का कोई व्यक्ति शामिल नहीं था। छोटा भाई प्रशांत और मां सरला नीचे सो रहे थे। वहीं प्रशांत का कहना था कि पता नहीं चला कि बड़े भाई ने पिता की हत्या किस समय कर दी। कोई शोर भी सुनाई नहीं दिया
Son killed Father in land Dispute
अभिशांत के घर के सामने ही पूर्व प्रधान उपेंद्र चौधरी का खेत है, जिसमें ईंख खड़ी है। घर के सामने ही ट्यूबवेल है। हत्या करने के बाद वह रात में ही ट्यूबवेल पर गया और कपड़े धोए। नहाने के बाद फिर से ऊपर जाकर सो गया था। फरसा उसने ईख के खेत में ही फेंक दिया था। पुलिस सुबह आई तो कहने लगा कि रात में बदमाश आए थे। उन्होंने ही पिता की हत्या कर दी और उसे बांध दिया था। शक होने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो अभिशांत ने सारी कहानी बता दी। पुलिस का कहना था कि मौका-ए-वारदात को देखकर लग रहा है कि विजयपाल ने जान बचाने के लिए संघर्ष किया था, लेकिन बेटा एक के बाद एक वार करता रहा। पैर, हाथ, सीना, गर्दन और सिर पर भी धारदार हथियार के निशान मिले हैं। फिलहाल दोनों भाइयों को हिरासत में ले लिया है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। विजयपाल की हत्या का शोर होने पर सोमवार सुबह सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ लग गई। शव नग्न अवस्था में उल्टा पड़ा था। शरीर पर धारदार हथियार के निशान दिखाई दे रहे थे।। दीवारों पर भी खून के छींटें थे। हर कोई देखकर यही कह रहा था कि बहुत बेरहमी से मारा है।