India News (इंडिया न्यूज),Auraiya News: बच्चों के लालन-पालन में परिवार के सदस्यों की अहम भूमिका होती है। सामाजिक रिश्तों के ताने-बाने में दादा का प्यार, पिता का दुलार और चाचा का लाड़-प्यार बच्चों का बचपन संवारता है, लेकिन बिधूना में नाबालिग से दुष्कर्म की घटना ने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया। आरोपियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं।
जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक 12 साल की नाबालिग गर्भवती हो गई। इसके लिए परिवार के लोग ही जिम्मेदार हैं। बाबा, पापा और चाचा ने नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया। वे लगातार उसका शोषण कर रहे थे। पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा को तार-तार किया गया। क्रूरता की हदें भी पार कर दी गईं। जिन दिनों मासूम बच्ची को पढ़ना-लिखना और खेलना चाहिए था, उस समय वह बार-बार दुष्कर्म की क्रूरता से गुजर रही थी।
हालात ऐसे थे कि पीड़िता की सिसकियां घर के आंगन से बाहर तक नहीं पहुंच रही थीं। गनीमत रही कि किसी तरह नाबालिग अपनी मौसी के पास पहुंच गई। दूसरी मां होने के नाते मौसी का दिल कांप उठा और क्रूर परिवार का अपराध उजागर हो गया। पूरा मामला थाने पहुंच गया।
औरैया जिले में 12 वर्षीय बालिका ने गुरुवार शाम अपनी मौसी के साथ बिधूना थाने पहुंचकर अपने दादा, पिता और चाचा पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। उसने यह भी बताया कि वह दो माह की गर्भवती है। इस पर पुलिस हरकत में आई और बालिका की तहरीर लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी। वहीं, उच्चाधिकारियों ने मामले की जानकारी होने पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए।
पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। बिधूना क्षेत्र के एक गांव निवासी बालिका के 40 वर्षीय पिता किसान हैं। बाबा (60), चाचा (35) बकरियां चराते हैं। पीड़िता ने थाने पहुंचकर पुलिस को बताया कि उसके पिता, बाबा और चाचा उसकी मां का शारीरिक शोषण करते थे।
इसके चलते कुछ समय पहले उसकी मां उसे दिल्ली ले गई। कुछ समय पहले उसके पिता और चाचा दिल्ली पहुंचे और उसे गांव ले आए। आरोप है कि पिछले एक साल से बाबा उसे खेत में और चाचा और पिता कमरे में अकेला पाकर उसके हाथ-पैर बांधकर दुष्कर्म करते थे।
उसे किसी को कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई। इसके चलते उसने किसी को कुछ नहीं बताया और सबकुछ बर्दाश्त करती रही। हाल ही में उसे पता चला कि वह दो महीने की गर्भवती है। जब तीनों आरोपियों को इस बात का पता चला तो उन्होंने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। वे उसे जान से मारने की योजना बनाने लगे।
इस बीच किशोरी हिम्मत जुटाकर दिबियापुर में अपनी मौसी के घर गई और उसे सारी बात बताई। इसके बाद गुरुवार को मौसी नाबालिग को साथ लेकर थाने पहुंची और रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी पिता और चाचा को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।