India News(इंडिया न्यूज) UP Heatwave Alert in March:उत्तर प्रदेश में इस साल गर्मी अप्रैल या मई में नहीं, बल्कि मार्च से ही अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने असामान्य रूप से तेज गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान को लेकर चेतावनी जारी की है। इसके पीछे प्रमुख कारण बीते सर्दियों में रिकॉर्ड स्तर पर कम हुई बारिश बताई जा रही है।
सर्दियों में बारिश की कमी से बढ़ा तापमान
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस बार पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) कमजोर रहा, जिसके कारण उत्तर प्रदेश में सामान्य से 88% कम बारिश हुई। अकेले राजधानी लखनऊ में तो 98% बारिश की कमी दर्ज की गई। इसी वजह से फरवरी में ही मौसम गर्म बना रहा और अब मार्च से हीटवेव (लू) चलने की आशंका जताई जा रही है।
झांसी रहा सबसे गर्म, वाराणसी और लखनऊ में भी रिकॉर्ड तापमान
फरवरी में झांसी राज्य का सबसे गर्म शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वाराणसी में भी औसत अधिकतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक था। वहीं, लखनऊ में औसत अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 2.1 डिग्री ज्यादा था। 28 फरवरी की रात को हमीरपुर में 19.2°C,वाराणसी में 19.5°C,लखनऊ में 19.4°C तापमान दर्ज किया गया, जो फरवरी की सबसे गर्म रातों में से एक रही।
मार्च से ही तपेगा यूपी, 40 डिग्री तक जा सकता है तापमान
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, 2025 की गर्मी सामान्य से अधिक रहने वाली है। उन्होंने चेतावनी दी कि मार्च में ही यूपी के दक्षिणी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इसके कारण हीटवेव के दिनों में 2 से 4 दिन की बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल प्रशांत महासागर में ‘ला नीना’ कमजोर पड़ रहा है, और हिंद महासागर में भी तटस्थ द्विध्रुवीय परिस्थितियां बनी हुई हैं। इसका असर यूपी के मौसम पर पड़ेगा, जिससे मार्च से मई के बीच तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना है।
गर्मी से बचाव के लिए अलर्ट रहने की जरूरत
चूंकि इस बार अप्रैल से पहले ही गर्मी अपने चरम पर होगी, ऐसे में लोगों को हीटवेव और लू से बचाव के लिए पहले से तैयार रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को भी गर्मी से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है।