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Up Politics What Major Trouble Has Now Emerged For Bjp In Up With These Serious Allegations Being Made
UP में BJP के सामने अब कौन सी बड़ी मुसीबत आई, लगाए जा रहे ये बड़े आरोप
India News (इंडिया न्यूज),UP Politics: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नए जिला अध्यक्षों की सूची अभी आई भी नहीं है। इससे पहले पार्टी के अंदर एक नया तूफान उठने लगा है। फतेहपुर जिला अध्यक्ष और कानपुर क्षेत्रीय अध्यक्ष पर पद के लिए धन उगाही का आरोप लगा है, जिसके बाद भाजपा में संगठनात्मक […]
India News (इंडिया न्यूज),UP Politics: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नए जिला अध्यक्षों की सूची अभी आई भी नहीं है। इससे पहले पार्टी के अंदर एक नया तूफान उठने लगा है। फतेहपुर जिला अध्यक्ष और कानपुर क्षेत्रीय अध्यक्ष पर पद के लिए धन उगाही का आरोप लगा है, जिसके बाद भाजपा में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के अंदर से ही फंड के नाम पर उगाही के आरोप लग रहे हैं, जिसकी शिकायतें अब दिल्ली तक पहुंचने लगी हैं।
सामने एक नई चुनौती खड़ी
फतेहपुर जिला अध्यक्ष पर पैसे के बदले पद देने का आरोप सार्वजनिक होने के बाद अब ‘पार्टी विद डिफरेंस’ होने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के सामने एक नई चुनौती खड़ी हो गई है। वहीं, बांद निवासी भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजीत गुप्ता ने क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल और फतेहपुर जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल पर पार्टी फंड के नाम पर उगाही का आरोप लगाया है। इनमें अवध, काशी, गोरखपुर और पश्चिमी क्षेत्र के कई इलाके शामिल हैं, जहां पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए उगाही की बात सामने आ रही है।
खबरों की मानें तो प्रदेश के 30-35 जिलों में पैसे लेकर लोगों को जिला अध्यक्ष बनाए जाने की शिकायतें आ रही हैं। पार्टी के अंदर से आ रही ऐसी आवाजें भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं। दावा किया जा रहा है कि ये शिकायतें दिल्ली तक भी पहुंच रही हैं। यह पहली बार नहीं है जब भाजपा के अंदर से ऐसी शिकायतें आई हों। इससे पहले भी निकाय और पंचायत चुनाव में टिकट दिलाने और लोकसभा चुनाव से पहले कुछ जिलों में अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए पैसे ऐंठने के आरोप लगे थे। लोकसभा चुनाव के दौरान पीलीभीत, मऊ और आजमगढ़ समेत कई जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति के दौरान भी ऐसे आरोप सामने आए थे। ऐसी खबरें भारतीय जनता पार्टी को मुश्किल में डाल सकती हैं। ऐसे में पार्टी के लिए अपनी साफ-सुथरी छवि को बरकरार रखना बड़ी चुनौती बन गया है।