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India News (इंडिया न्यूज), Weather of UP: कई राज्यों कई दिनों से झमाझम बारिश चल रही है। मानसून की सक्रियता की कमी के संकेत मंगलवार से ही मिल रहे हैं। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में मंगलवार को रिमझिम सी बारिश की फुहारें पड़ीं है। वहीं प्रयागराज में 14.8 मिमी, कानपुर नगर में 1.1, बरेली में 2, फुरसतगंज में 1.1 मिमी बरसात के रिकॉर्ड को दर्ज किया गया है। वहीं मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार बुधवार से बारिश की तीव्रता व क्षेत्रीय वितरण दोनों में कमी को लेकर बताया जा रहा है। इसी को लेकर आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के द्वारा कहा गया कि, प्रदेश में बारिश धीरे-धीरे घटेगी, लेकिन बुंदेलखंड, विंध्यक्षेत्र व मध्यवर्ती के इलाकों में अभी वज्रपात के साथ बिजली चमकने का आसार हैं।
वज्रपात का अलर्ट को लेकर बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर,सोनभद्र,चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, गाजीपुर, जौनपुर, लखीमपुर खीरी, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, पीलीभीत, बरेली, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर के साथ कई इलाकों में वज्रपात को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बता दें कि, प्रदेश में सोमवार की शाम से मंगलवार शाम तक विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से नौ लोगों की जान चली गई है। वज्रपात से मिर्जापुर में तीन और प्रयागराज में दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं सीतापुर में पानी में डूबने और सर्पदंश से एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई है। अतिवृष्टि से बदायूं और सुल्तानपुर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई है। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार के द्वारा कहा गया कि, बलिया, बाराबंकी, बदायूं, लखीमपुर खीरी, कन्नौज, कुशीनगर, मऊ और मेरठ की कुल 17 तहसील के 91 गांव बाढ़ से ग्रस्त हैं। बाढ़ से करीब 8859 लोग प्रभावित हो चुके हैं। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ की तीन, एसडीआरएफ की दो और पीएसी की तीन टीमें राहत के कार्य में जुटी हुई हैं।
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