India News (इंडिया न्यूज): Ashish Patel News: अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने पार्टी नेता और योगी सरकार में मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमला बोला है। उन्होंने उन पर दूसरों के इशारे पर बेबुनियाद आरोप लगाने और 69 हजार शिक्षक भर्ती में अन्याय की बात करने का आरोप लगाया है। अनुप्रिया ने कहा कि साजिश की कहानी हर कार्यकर्ता जानता है और हम जवाब देने वालों में से हैं।
अनुप्रिया ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर अपनी बात साफ तौर पर रख दी है। अगर पार्टी से जुड़े किसी भी नेता की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया गया तो अपना दल चुप नहीं बैठेगा। मेरी पार्टी प्रतिष्ठा से किसी भी तरह समझौता नहीं करेगी। पिछले दिनों मीडिया में जो भी बातें आई हैं, उसे अपना दल का हर कार्यकर्ता और समर्थक जानता है कि यह किसके इशारे पर किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘अगर किसी तरह की गलतफहमी है कि झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर पार्टी नेता की छवि खराब की जा सकती है, तो ऐसा नहीं होने वाला है। हम साजिशों का जवाब देना जानते हैं। हम सामाजिक न्याय की आवाज उठाना बंद नहीं करेंगे। 69 हजार शिक्षक भर्ती में पिछड़ों और दलितों के साथ अगर अन्याय हुआ है, तो हुआ है। हम सरकार में रहकर भी यह कहते रहेंगे। मैं साफ तौर पर कह रहा हूं कि पिछड़ों के हक की आवाज उठाता रहूंगा। अपना दल हर साजिश का जवाब देगा।’
अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में आशीष पटेल भी खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने जोरदार हमला बोला है। आशीष ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मैं अखबारों में ज्यादा छप रहा हूं। मेरा नाम छपवाने की पूरी कोशिश की जा रही है, उसके बाद भी मैं छप रहा हूं। आशीष ने आरोप लगाया कि मेरा सकारात्मक हिस्सा रोक दिया जाता है, जबकि नकारात्मक हिस्सा छप जाता है। उन्होंने कहा कि मेरा सकारात्मक हिस्सा दबा दिया जाता है, यह राजनीति है।
आशीष पटेल ने गुरुवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित वार्षिक बैठक में अपने बयान में कहा कि मैं खुली किताब हूं, मैंने कहा है कि सीबीआई से जांच करा लो, डरते क्यों हो। मेरे हर काम की सीबीआई से जांच करा लो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अखबारों में 1700 करोड़ रुपये का दुरुपयोग कर और सूचना विभाग का दुरुपयोग कर किसी राजनीतिक व्यक्ति को बदनाम मत करो। नहीं तो ईंट का जवाब पत्थर से देंगे। मैं डरने वाला नहीं हूं, थप्पड़ खाकर चुप बैठने वाला नहीं हूं।