सर्दियां आते ही घर-घर में सुबह नाश्ते की शुरुआत च्यवनप्राश के साथ होने लगती है. बाजार में कई कंपनियां अपने ब्रांड के च्यवनप्राश बेचती हैं. हर कंपनी खुद को बेहतर भी बताती है, लेकिन इस बार मामला ज्यादा बढ़ गया है. च्यवनप्राश बनाने वाली वर्षों पुरानी कंपनी डाबर और पतंजलि अपने-अपने प्रोडक्ट को बेहतर बताते हुए कोर्ट के दरवाजे तक पहुंच गई हैं. अब दिल्ली हाईकोर्ट में इस बात की बहस चल रही है कि किसका च्यवनप्राश ज्यादा ताकतवर है.