India News (इंडिया न्यूज), Haryana News, जींद इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश के 7 जिलों में आई विनाशकारी बाढ़ के लिए प्रदेश की भाजपा जेजेपी गठबंधन सरकार और इसमें भी सीधे सीएम को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ रोकथाम और बाढ़ राहत के लिए 1316 करोड़ रुपए की राशि जारी हुई। यह पैसा कहां खर्च हुआ, इसकी सरकार जांच करवाए।
इससे भी दो कदम आगे अभय सिंह चौटाला ने मांग की कि वर्तमान सरकार के पिछले 8 साल के दौरान बाढ़ राहत और बाढ़ रोकथाम पर खर्च हुई राशि की जांच करवाई जाए। इनेलो सत्ता में आने पर उसकी जांच करवाएगी। इसके अलावा प्रदेश सरकार के दूसरे तमाम घोटालों की जांच इनेलो सत्ता में आने पर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाएगी। एसआईटी से जांच की जरूरत पड़ेगी तो हरियाणा से बाहर के तीन आईपीएस अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी।
अभय सिंह चौटाला वीरवार को जींद में पत्रकार सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि 23 जनवरी को बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक हुई थी। बोर्ड के चेयरमैन खुद सीएम मनोहर लाल हैं। मुख्यमंत्री के पास इस समय सिंचाई विभाग भी है और बाढ़ रोकथाम की सारी जिम्मेदारी सिंचाई विभाग की होती है। ऐसे में प्रदेश के 7 जिलों में आई विनाशकारी बाढ़ के लिए प्रदेश सरकार और उसके मुखिया सीएम मनोहर लाल जिम्मेदार हैं। अगर बाढ़ रोकथाम के लिए ट्रेनों की पहले से सफाई करवाई गई होती और ड्रेनों में वाटर रिचार्ज सिस्टम लगाए गए होते तो बाढ़ से इतना नुकसान नहीं होता।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि गुहला चीका के जेजेपी विधायक ईश्वर सिंह के गाल पर एक ग्रामीण महिला का तमाचा केवल विधायक के गाल पर तमाचा नहीं होकर पूरे सिस्टम के मुंह पर करारा तमाचा है। अगर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा दूसरे मंत्री बिना सिक्योरिटी के गांव में गए तो उनके साथ भी वही होगा, जो ईश्वर सिंह के साथ हुआ। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उनकी सरकार तथा डिप्टी सीएम को प्रदेश की बाढ़ से मर रही जनता और किसानों तथा मजदूरों की कोई चिंता नहीं है।
बाढ़ आने के बाद सीएम हेलीकॉप्टर से और डिप्टी सीएम तथा मंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ट्रैक्टर पर फोटो खिंचवाने में लगे हैं। यह लोग अपनी जिम्मेदारी समझते और समय रहते बाढ़ रोकथाम के उपाय करते तो प्रदेश में बाढ़ से इतनी तबाही नहीं होती। अभय सिंह चौटाला ने प्रदेश में आई बाढ़ को गॉड मेड की बजाय मैन मेड करार दिया और कहा कि इसके लिए सरकार और उसके मुखिया सीएम जिम्मेदार हैं।
इनेलो प्रधान महासचिव अभय चौटाला ने कहा कि जहां प्रदेश के 7 जिलों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई हुई है, वही जींद जिले का बड़ा हिस्सा पानी के लिए तरस रहा है। जींद की नहरों में पानी नहीं है। यह भी सरकार की बहुत बड़ी विफलता है। सच्चाई यह है कि वर्तमान सरकार के मुखिया और मंत्री अपने अधिकारियों को काम नहीं करने देते। अधिकारियों पर वह अपने निजी काम के लिए दबाव बनाते हैं। इसी कारण प्रदेश में हालात बहुत खराब हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावित जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित कर किसान और मजदूरों को तुरंत आर्थिक सहायता राशि दिए जाने की मांग की ताकि किसान खेतों में अगली फसल उगा सके।
अभय सिंह चौटाला ने सीएम मनोहर लाल पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम सत्ता के नशे में चूर हैं। सीएम अभी तक भी राजनीतिक रूप से परिपक्व नहीं हुए हैं। अगर वह परिपक्व होते तो जनसंवाद कार्यक्रमों में जनता की बेइज्जती नहीं करते। प्रदेश की जनता बेसब्री से 2024 के चुनाव का इंतजार कर रही है। 2024 में इनेलो सत्ता में आएगी और वर्तमान सरकार के तमाम घोटालों की जांच करवाकर दोषियों को कड़ी सजा देगी।
अभय सिंह चौटाला ने उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र में फसलों के खराब के मुआवजे के वितरण में घोटाले के आरोप लगाते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला के चापलूसों के खातों में फसलों को नुकसान हुए बिना 4 से 7 लाख रुपए तक का मुआवजा जमा करवाया गया है। इसकी सरकार को जांच करवानी चाहिए। उन्होंने सफा खेड़ी गांव के दुष्यंत समर्थक एक व्यक्ति का नाम पत्रकार सम्मेलन में उजागर करते हुए कहा कि इस व्यक्ति के खाते में लाखों रुपए की राशि मुआवजे के रूप में जमा करवाई गई है।
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