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एक्सपर्ट विमल डागा
Skills Gap Analysis: हम देखते हैं कि आईटी इंडस्ट्री में फ्रेशर्स अक्सर स्किल्स में गैप जो को बदलती टेक्नोलॉजी के कारण होता है जैसी समस्या का सामना करते हैं। इसके लिए कई अलग-अलग पहलू और कारक जिम्मेदार हैं। ठीक उसी तरह जैसे हम एक प्रोडक्ट बेस्ड कंपनी में करते हैं जो हमेशा प्रोडक्ट को नया और बेहतर करने के लिए तत्पर रहती है।
कंपनी हमेशा यह देखती है कि बेहतर बनाने के लिए वह लगातार उसमें नया क्या कर सकती है। अगर इसे आसान भाषा में समझा जाए तो टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री लगातार बदल रही है और विकसित हो रही है। टेक्नोलॉजी की फील्ड लगातार आगे की ओर कदम बढ़ा रहा है।
इसे ही हम ‘विकास’ या उन्नति कहते हैं। बिजनेस में लगातार बदलाव के साथ एक कंपटीशन भी स्वाभाविक होता है। यही वजह है कि कंपनीज ऐसे मैनपावर को तलाश करती है जो नई तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाए। फिर चाहे वह अनुभवी हो या फ्रैशर उसमें आगे बढ़ने और प्रयोग करने के गुण और इच्छा भी होने चाहिए।
डाटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग एक्सपर्ट, प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स एक्सपर्ट, एल्गोरिथम विशेषज्ञ, क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, डेटा एनालिटिक्स, सॉफ्टवेयर डवलपमेंट, कम्प्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में नए पद लगातार बन रहे हैं।
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मार्केट में भरपूर अपॉर्च्यूनिटी है। लेकिन अनुभवी वर्कर के विपरीत, फ्रेशर्स को आज भी नौकरी पाने या उसकी डिमांड को पूरी करने में परेशानी हो रही है और उसका कारण है स्किल गैप हर कंपनी नेक्स्ट लेवल तकनीक को अपनाना चाहती है और साथ में यह भी चाहती है की तकनीक जटिल ना हो और एम्प्लाइज जटिल तकनीक को भी आसान बना दें। हर किसी को अपने काम में नेक्स्ट लेवल चाहिए।
कुछ कंपनी के बहुत सी इंटरनल प्रॉब्लम भी होती हैं जिसके चलते फ्रेशर्स को हमेशा नौकरी पाने में परेशानियों और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कुछ नौकरियों को ‘कोर प्रोफाइल जॉब्स’ कहते हैं, और इस तरह के जॉब को बहुत से लोग करना चाहते हैं।
सवाल यह है कि इसका सॉल्यूशन क्या है? बहुत सारे शोध और विश्लेषण करके मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि लोगों को सही दिशा के बारे में जानकारी ही नहीं है। लगभग हर चीज इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन फिर भी सबसे जरूरी स्किल क्या हैं? यहां ट्रांसपेरेंसी जरूरी है। आज फ्रेशर्स और आईटी के बीच में एक बहुत बड़ा गैप है।
इन दोनों के बीच का यह गैप ही बेसिक फाउंडेशन कहा जाता है। ज्यादातर फ्रेशर्स को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है क्योंकि उन्हें गाइड करने के लिए सही मेंटोर नहीं होते। मेरी नजर में इस गैप को दूर करने और प्रॉब्लम को खत्म करने का अच्छा तरीका है नए युग की तकनीकों को सीखना।
एक सही नजरिए के साथ बेहतरीन स्किल को हासिल करना और सही मेंटर से बेहतर शिक्षा प्राप्त करना। जब स्टूडेंट्स की बात आती है, तो उन्हें हमेशा एक सेंटेंस या कोड लिखने से पहले असली दुनिया में समस्याओं को हल करने की मानसिकता रखनी चाहिए। यह वास्तविक दायरे और दिशा के बिना सही मार्गदर्शन बनाम केवल शिक्षित होने के बारे में है। एजुकेशन और स्किल सही होना चाहिए, और यह सभी का अधिकार है।
इस संदर्भ में, एजुकेशन सिर्फ तकनीक के बारे में नहीं है, यह इमोशंस के बारे में भी है। इस आर्टिकल में इमोशंस की इम्पोर्टेंस भी बताउंगा। मैं प्रौद्योगिकी के अलावा इमोशंस का इस्तेमाल करने के महत्व पर जोर देता हूं। इसलिए, फ्रेशर्स के लिए “कौशल” गैप उचित मार्गदर्शन की कमी के कारण सीखी जाने वाली तकनीकों के प्रति भावनात्मक लगाव की कमी है।
मेरी सलाह होगी कि हर समय एक रिसर्चर की तरह सोचें। किसी खास मकसद के लिए उनका उपयोग करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप रिसर्च कर रहे हैं और आप कौन सी तकनीकों को सीख रहे हैं। हमेशा यह समझने की कोशिश करें कि एक काम के होने के होने में बेसिक बातों के अलावा भी क्या काम करता है?
नई तकनीक और टेक्निकल इवेलुएशन से अपडेट रहें। एक फ्रेशर एक विशेषज्ञ बन सकता है और हर मौजूदा, नई, आने वाली तकनीक को अपना सकता है। और कई तकनीकी और मार्केट बेस्ड काम आने वाले मामलों को हल कर सकता है। और, इस तरह के उद्योग उपयोग के मामलों को हल करने के लिए सही माइंड सैट की आवश्यकता होती है। एक ऐसा विजन जिसे एक कुशल इंजीनियरिंग द्वारा परोसा जाना चाहिए।
आप कुछ बेहतर कर पाएं ऐसे में समस्याओं को विजुअलाइज करें ताकि आपके पास एक क्लियर विजन हो। यह वही गुण है जो एक व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करता है और आईटी कंपनियों में टॉप लीडर्स के साथ काम करने के योग्य बनाता है। यह वैसा ही विजन है जिसका प्रत्येक क्रिएटर, प्रत्येक एंटरप्रेन्योर, प्रत्येक क्रांतिकारी व्यक्ति अनुसरण करता है।
जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं कि कोई भी तकनीक जटिल नहीं है क्योंकि इसे इंसानों ने बनाया है। इसलिए, कोई भी इसे सीख सकता है और कुछ नया बना सकता है। लास्ट में इतना ही बताऊंगा कि कम से कम, हमें हमेशा प्रौद्योगिकियों के उपयोग के साथ असली जिंदगी की समस्याओं को हल करने पर ध्यान लगाना चाहिए। खासकर जब नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने की बात आती है जो उपलब्ध हैं या भविष्य में उपलब्ध होंगी।
स्किल गैप को को दूर करना आसान है यदि कोई व्यक्ति सही सलाहकार से सही ओरिएंटेशन, सही दिशा, गाइडेंस प्राप्त करता है। यही बातें इंसान को प्रेजेंट आईटी एनवायरमेंट और आवश्यकताओं को समझने में मदद कर सकती हैं। साथ ही साथ यह भी समझ में आएगा कि आइटी से इतर दूसरी कई समस्याओं को हल करने के लिए कौन से स्किल आवश्यक हैं?
एक व्यक्ति जिसका विजन सही होता है वह यह आसानी से समझ पाता है कि उसका नियोक्ता कैसे सोचता है और अपने नियोक्ता के साथ वर्तमान से अगले में ट्रांसफर करने के लिए क्या कदम उठानेे हैं। यह बात समझ लें कि अगर आप क्रिएटर की मेंटेलिटी के साथ अच्छी तरह तालमेल बिठा सकते हैं तो स्किल गैप नहीं रहेगा।
(लेखक टेक्नोलॉजिस्ट और टेक्नोलॉजी मोटिवेशनल स्पीकर)
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