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Maa Luxmi
India news (इंडिया न्यूज़), Aja Ekadashi: धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। एकादशी तिथि का वर्णन पुराणों में मिलता है। बता दें कि 10 सितंबर 2023 के दिन अजा एकादशी व्रत रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि एकादशी व्रत रखने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
बता दें कि अजा एकादशी के दिन शुभ संयोग निर्माण भी हो रहा है। इस दिन रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। जो शाम 05 बजकर 06 मिनट से 11 सितंबर सुबह 05 बजकर 26 मिनट तक रहेगा।
पुराणों के अनुसार बताया जाता है कि, जो लोग एकादशी व्रत करते हैं। उन्हें एक दिन पहले से ही तेल, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन आम के लकड़ी के दातुन, करना चाहिए। इस व्रत के दिन व्यक्ति को अपना मन साफ रखना चाहिए। एकादशी तिथि के दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की आराधना करना चाहिए। एकादशी तिथि को झाडू लगाना भी वर्जित है। लोगों में मन्यता है कि इसदिन झाड़ू लगाने से सूक्ष्म जीव मर जाते है। शास्त्रों में तो यह भी बताया गया है कि इस दिन बाल, नाखून, या दाढ़ी बनवाना भी वर्जित है।
शांताकारम भुजङ्गशयनम पद्मनाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
वन्दे विष्णुम भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम।
ॐ नमोः नारायणाय नमः। ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः।
न्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
एकादशी के दिन भगवान विष्णु का इस मंत्र का जप करें। इस मंत्र से वह जल्द प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा हमेशा व्यक्ति के ऊपर बनाए रहते हैं। जो सच्चे मन से भगवान विष्णु का उपासना करते है उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती है।
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