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India News(इंडिया न्यूज़), Relationship Truths, दिल्ली: किसी ने सही ही कहा है, शादी गुड्डे-गुड़ियों का खेल नहीं है। इस बंधन में बंधने के बाद जीवन की हर एक चीज बदल जाती है, और दिलचस्प बात यह हैं कि इस पर आपका कोई जोर नहीं होता है। शादी के लिए चाहे कोई कितना भी तैयार क्यों न हो, इसमें आने वाली परेशानिया हमेशा उसे सरप्राइज कर ही देती है। कुछ आपको खुशी देंगे, तो कुछ आपको परेशान भी करेगी। कई लोग शादी को आसान बताते हैं तो कई इसे खुशियों का अंत भी कहते हैं। यहां हम आपको शादी के बाद ऐसे ही कुछ बदलावो के बारें में बताएगें जिससे आप समझ जाएंगे की शादी आपके लिए कितनी सुखदायी साबित हो सकती है।
सच्चा प्यार आकर्षण से परे है। यह आपसी सम्मान और समझ के माहौल में विकसित होता है। प्यार की सुंदरता ताकत में नहीं बल्कि उसके जैविक विकास में निहित है। सच्चा प्यार, खिलते हुए फूल की तरह हैं। तब पनपता है जब इसे देखभाल, धैर्य और बिना शर्त के साथ देखभाल की जाती है।
रिश्तों में दुरी पैदा करने के लिए संदेह मंडरा सकता है, जिसका सिधा असर रिश्ते के भविष्य पर पड़ सकता है। और ये पल कमजोरी का संकेत नहीं देते बल्कि विकास का अवसर प्रदान करते हैं। वे हल्की बारिश की तरह हैं जो जान बुझकर मिट्टी को पोषित करती है। रिश्ते में शक होना और उस शक को दुर करना जिससे एक और भी मजबूत बंधन बनता है जो समय की कसौटी पर खरा उतरता है।
जबकि प्यार नींव बनाता है, रिश्ते को बनाए रखने के लिए कोमल भावनाओं की कई ज्यादा जरुरत होती है। रिश्ते में विश्वास की ईंटें, अटूट सपोर्ट, समझ और जीवन के उतार-चढ़ाव के माध्यम से रिश्ते को पोषित करने के लिए जरूरी होता हैं।
हम स्वयं के साथ जो रिश्ता रखते हैं वो दुसरों के साथ हमारी बातचीत के लिए ब्लूप्रिंट के रूप में कार्य करता है। आत्म-देखभाल और आत्म-स्वीकृति को पहले रखना स्वस्थ, अधिक संतुष्टिदायक संबंध बनाने के लिए आधार तैयार करता है। खूद के साथ दयालु संबंध विकसित करके, हम अपने आस-पास के लोगों के साथ दयालु, अधिक हमदर्दी बातचीत का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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