संबंधित खबरें
AR Rahman से तलाक के बाद पत्नी को 2,000 करोड़ रुपये में से कितना फीसदी मिलेगा हिस्सा, वकील ने किया चौंकाने वाला खुलासा
सामने आ गई Naga Chaitanya-Sobhita Dhulipala की शादी की तारीख, इस खास जगह पर लेंगे सात फेरे, जानें पूरी डिटेल्स
मशहूर एक्ट्रेस को 50 रूपये के लिए अंबानी परिवार की शादी में परोसना पड़ा था खाना, आज हैं करोड़ों की मालकिन
‘मेरे घर में मेरी पत्नी और…’, Abhishek Bachchan ने आराध्या के लिए Aishwarya Rai को कह दी ऐसी बात, तलाक की खबरों के बीच लोगों की फटी रह गईं आंखें
शादी के बाद मशहूर एक्ट्रेस ने लगातार 40 दिन तक मनाया हनीमून, फिर पति के साथ हो गया तलाक, हैरान रह गए फैंस
अपने माता-पिता को खोने के बाद Shah Rukh Khan की तबाह हो गई थी दुनिया, नहीं थे पैसे
India News (इंडिया न्यूज़), Suhani Bhatnagar Death, What is Dermatomyositis: बॉलीवुड एक्टर आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म ‘दंगल’ (Dangal) साल 2016 में रिलीज हुई थी और इसे काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म में छोटी बबिता का रोल करने वाली एक्ट्रेस सुहानी भटनागर (Suhani Bhatnagar) लोगों को रुलाकर चली गई हैं। सुहानी भटनागर की सिर्फ 19 साल की उम्र में निधन हो गया है। इस खबर के सामने आने के बाद सुहानी भटनागर के परिवार के लोगों से लेकर उनके तमाम चाहने वालों को इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है।
यह भी पढ़े: Richa Chadha Pregnancy: ऋचा चड्ढा ने अपने बेबी बंप की शेयर की पहली झलक, पोस्ट कर लिखी ये बात
रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सुहानी भटनागर का कुछ समय पहले एक्सीडेंट हो गया था और उनका पैर फ्रैक्चर हो गया थी। सुहानी भटनागर काफी समय से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थीं। इसके बाद सुहानी भटनागर के पैर के फ्रैक्चर का इलाज कराया गया और इस दौरान उन्होंने जो दवाइयां लीं, जिससे उन्हें साइड इफेक्ट होने लगे थे। सुहानी भटनागर की बॉडी में फ्लूइड बनने लगा थी, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट में मौत का कारण डर्माटोमायोसिटिस (Dermatomyositis) बताई गई है। तो यहां जानिए कि आखिर क्या है डर्माटोमायोसिटिस, जिससे एक्ट्रेस सुहानी भटनागर की जान चली गई।
यह भी पढ़े: Suhani Bhatnagar के निधन पर Aamir Khan ने व्यक्त किया दुख, छोटी बबिता के लिए लिखी ये बात
डर्माटोमायोसिटिस एक दुर्लभ सूजन की बीमारी है। डर्माटोमायोसिटिस के सामान्य लक्षणों में एक स्पष्ट त्वचा लाल चकत्ते, मांसपेशियों में कमजोरी, और सूजन मायोपैथी या सूजन वाली मांसपेशियां शामिल हैं। यह केवल तीन ज्ञात भड़काऊ मायोपैथीज में से एक है। बता दें कि डर्माटोमायोसिटिस का सटीक कारण अज्ञात है। हालांकि, इसमें ऑटोइम्यून बीमारी के साथ कई समानताएं हैं। एक ऑटोइम्यून बीमारी तब होती है, जब शरीर की रोग से लड़ने वाली कोशिकाएं, जिन्हें एंटीबॉडी कहा जाता है, आपकी स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोर होने से भी रोग होने में योगदान हो सकता है।
यह भी पढ़े: Kartik Aaryan: शादी के लिए रेडी हुए कार्तिक आर्यन, लेटेस्ट पोस्ट में फैंस को दिया ये बड़ा सरप्राइज़
यह बीमारी वयस्कों और बच्चों में हो सकती है। वयस्कों में, डर्माटोमायोसिटिस आमतौर पर 40 के दशक के अंत से 60 के दशक की शुरुआत में होता है। बच्चों में यह बीमारी अधिकतर 5 से 15 साल की उम्र के बीच दिखाई देती है। डर्माटोमायोसिटिस पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है। डर्मेटोमायोसिटिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों में सुधार की अवधि हो सकती है। उपचार से त्वचा के दाने साफ़ हो सकते हैं और मरीज़ों को मांसपेशियों की ताकत और कार्यप्रणाली वापस पाने में मदद मिल सकती है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.