संबंधित खबरें
साल 2025 में इन दो राशियों पर शुरू होगी शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती, ये 3 चीजों से रहें सावधान वरना झेल नहीं पाएंगे प्रकोप!
महाभारत के इस योद्धा के प्यार में पड़ राक्षसी ने किया था अपने भाई से बगावत, ऐसा क्या हुआ जो रूप बदल बन गई थी 'देवी'!
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर जो कर लिया इन 3 शक्तिशाली मंत्रो का जाप, 3 महीनों में बेकाबू हो उठेगा कुबेर खजाना!
महाभारत में जब श्री कृष्ण के शंख से हील गया था पूरा ब्रम्हांड! वो राक्ष्स जिसके वजह से यमलोक में मच गया था हड़कंप, जानें क्या है उस शंख का नाम?
इन 3 राशि के जातकों को आज मिलने जा रहा है बुधादित्य योग का बड़ा मुनाफा, होगा इतना लाभ जिससे आप भी होंगे अंजान!
दुश्मनी के बावजूद भी क्यों पांडवों ने कर्ण के बेटे को सौंप दिया था इन्द्रप्रस्थ का राजपाठ? कौन था कर्ण का वो एक बेटा जो रह गया था जीवित?
India News (इंडिया न्यूज), Shri Kalki Dham Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी। इस मंदिर का निर्माण श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं। मंत्रोच्चार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्कि धाम मंदिर का भूमि पूजन किया। संभल में बनने जा रहा यह मंदिर बेहद ही अनोखा और खास माना जा रहा है। बता दें कि श्री कल्कि धाम मंदिर परिसर 5 एकड़ में बनकर तैयार होगा, जिसमें 5 साल का समय लगेगा। कहा जा रहा है कि इस मंदिर में भगवान विष्णु के 10 अवतारों के लिए अलग-अलग गर्भगृह होंगे। तो चलिए जानते भगवान कल्कि के बारे में, जिनके मंदिर का शिलान्यास आज पीएम मोदी ने किया है।
अग्नि पुराण के 16वें अध्याय में कल्कि अवतार को धनुष-बाण लिये घुड़सवार के रूप में दर्शाया गया है। इसमें भगवान कल्कि के घोड़े का नाम देवदत्त बताया गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कलियुग 432000 वर्ष का है, जिसका पहला चरण अभी चल रहा है। जब कलियुग का अंतिम चरण प्रारंभ होगा तब कल्कि अवतार लेंगे। भगावान कल्कि पुराण के अनुसार, भगवान कल्कि का जन्म भी उत्तर प्रदेश के संभल जिले में होगा। कल्कि का जन्म ब्राह्मण परिवार में ही होगा। भगवान कल्कि एक महान योद्धा होंगे। जो कलियुग के अंत में सभी बुराइयों को दूर करने के लिए जन्म लेंगे।
भगवान विष्णु के कल्कि अवतार को 10वां अवतार माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जैसे-जैसे कलियुग का समय बीतता जाएगा, पृथ्वी पर अत्याचार और पाप बढ़ेंगे, व्यक्ति में मूल्यों का ह्रास होगा, शिष्य गुरु की शिक्षाओं का पालन नहीं करेंगे, हत्या और डकैती की घटनाएं बढ़ेंगी और धर्म की नीतियां खराब हो जाएंगी। अंत। तब अधर्म का नाश कर धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान कल्कि अवतार लेंगे।
ये भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.