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India News(इंडिया न्यूज),Mohan Charan Majhi: मोहन चरण माझी ओडिशा में भाजपा के पहले नेता और राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। भाजपा विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भुवनेश्वर में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि केवी सिंह देव और पार्वती परिदा को राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। माझी ने 2024 का विधानसभा चुनाव क्योंझर सीट से जीता है।
पार्टी ने राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा था। माझी को राज्य के तेजतर्रार नेता के तौर पर जाना जाता है। ओडिशा विधानसभा में उनका प्रदर्शन बेहतर रहा है। इंडिया टुडे के मुताबिक माझी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से गहरा रिश्ता है। संगठन में भी उनकी मजबूत पकड़ है। वे खनिज संपदा से भरपूर केंदुझार जिले के कद्दावर और तेजतर्रार आदिवासी नेता हैं। माझी सरल स्वभाव के नेता हैं। वे लॉ ग्रेजुएट हैं और विवादों से दूर रहने वाले नेता हैं। वे चार बार विधायक रह चुके हैं और आदिवासी समाज में उनकी गहरी पैठ है।
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2023 में मोहन चरण माझी तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने 700 करोड़ रुपये के कथित मिड-डे मील घोटाले को उजागर करने के लिए विधानसभा में अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया था। तब माझी ने स्पीकर की ओर दाल का कटोरा फेंका था। इस हरकत के कारण उन्हें और उनके साथी विधायक मुकेश महालिंग को विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबित कर दिया था। हालांकि बाद में माझी और उनके साथी मुकेश महालिंग ने दाल फेंकने की बात से इनकार किया था।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने स्पीकर की कुर्सी के सामने ही दाल पेश करके अनोखे तरीके से विरोध किया था। बता दें कि 1997-2000 तक सरपंच रहे माझी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ग्रामीण स्तर से की थी। वह पहली बार 2000 में क्योंझर से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। माझी नवीन पटनायक का स्थान लेंगे, जिन्होंने पिछले 24 वर्षों से लगातार राज्य की बागडोर संभाली हुई है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। माझी बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
सरपंच से सीएम तक का सफर, जानें मोहन चरण माझी के बारे में सबकुछ
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