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Home Remedies for Normal Delivery : गर्भावस्था के दौरान हर महिला की पहली चिंता ये होती हैं कि उसका बच्चा स्वस्थ है या नहीं उसकी डिलीवरी नॉर्मल होगी या नहीं। ऐसी बहुत सी बातें गर्भवती मां के दिमाग में चलती रहती हैं। लगभग हर औरत चाहती है कि उसी डिलीवरी नॉर्मल हो।
क्योकि नॉर्मल डिलीवरी के बाद जहां मां को रिकवर होने में ज्यादा वक्त नहीं लगात है वहीं आपरेशन से होने वाली डिलीवरी में मां को काफी समय तक ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप गर्भवती हैं या आपके जान-पहचान में कोई ऐसा है तो इन उपायों को अपनाकर आप नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज को बढ़ा सकती हैं। इसलिए आज की पोस्ट में हम नॉर्मल डिलीवरी के लिए सहायक कुछ घरेलू उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
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डिलीवरी के दौरान सबसे ज्यादा समस्या बटक्स को लेकर आती है। इसके लिए आपको स्क्वाट करना होगा। स्क्वाट की पोजीशन में बैठकर लंबी सांस लें और दो-तीन बार स्क्वाट करें। इससे नॉर्मल डिलीवरी के चांसेस बढ़ जाते हैं।
इस एक्सरसाइज को करने से एब्स, जांघ और कूल्हे की मांसपेशियां मजबूत होंगी। इसके अलावा पैरों और कूल्हे की मांसपेशियों के बीच अच्छा बैलेंस बना रहता है।
गर्भावस्था में ये एक्सरसाइज आपके बढ़ते हुए पेट को कंट्रोल करने में काफी असरदार है। इससे पेट के लिए आपके पीठ के निचले हिस्से को सहारा मिलता है। इससे कूल्हों को भी बहुत मदद मिलती है, जिससे प्रसव के दौरान बहुत सहारा मिलता है।
इस एक्सरसाइज को करने से आपके हाथ-पैरों में ताकत आएगी। साथ ही कमर और इसके आसपास की मांसपेशियां भी मजबूत बनेंगी। इसे लगातार करने से पिंडलियों की नसें खुलती हैं और रीढ़ की हड्डी को भी मजबूती मिलती है। इनके अलावा नॉर्मल डिलीवरी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए वॉकिंग, स्वीमिंग और साइकिलिंग भी कर सकती हैं। योग भी बेहतर तरीका है। इसके अलावा अगर गर्भावस्था में स्ट्रेचिंग करेंगी तो शरीर में लचीलापन आएगा। जिससे मांसपेशियां ढीली रहेंगी और डिलीवरी के समय लेबर पेन कम होगा।
माना जाता है कि गर्भावस्था में महिला को स्ट्रेसफ्री रहना चाहिए। इस समय आपको अपने मन में अच्छी बातें लानी चाहिए और तनाव से परहेज करना चाहिए। जैसे ही आपको तनाव लगे, अपना ध्यान पैरेंटिंग की किताबों की तरफ लगा लीजिए। ध्यान भी भटक जाएगा और बच्चे की केयर कैसे करनी हैं, इसकी जानकारी भी मिल जाएगी।
गर्भावस्था के दौरान कई लोग आपको अपनी खतरनाक बर्थ स्टोरीज सुनाते होंगे, जिससे आपको नॉर्मल डिलीवरी का नाम सुनकर ही डर लगने लगता है। जिससे आप नॉर्मल डिलीवरी के लिए तैयार नहीं हो पातीं। ऐसे में डरावनी जन्म कहानियों को सुनने से बचें। ये कहानियां आपकी नॉर्मल डिलीवरी पर असर डाल सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान अच्छी डाइट न केवल आपके लिए बल्कि बच्चे के विकास के लिए भी जरूरी है बल्कि अच्छा खाएंगे तो नॉर्मल डिलीवरी में लेबर पेन को झेल सकेंगे। इसलिए पूरे 9 महीने ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं, हरी सब्जियां और फ्रेश फ्रूट्स का सेवन करें। लेकिन अपने वजन का भी ध्यान रखें। वैसे तो प्रेग्नेंसी में वजन बढ़ता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा न बढ़ने पाए, इसका ध्यान रखें।
बेहतर होगा कि इस दौरान आप डिलीवरी और लेबर पेन के बारे में ज्यादा से ज्यादा नॉलेज कलेक्ट करें। नेचुरल पेन मैनेजमेंट टेकनीक के बारे में जानें। ये सभी जानकारी आपको चाइल्ड बर्थ के डर को खत्म करेगी साथ ही आपकी डिलीवरी नॉर्मल और सेफ हो पाएगी।
माना जाता है कि गर्भवती महिला जितनी अच्छी नींद लेती है, डिलीवरी उतनी ही आसान हो जाती है। टूटी हुई नींद बच्चे ग्रोथ और डवलपमेंट पर असर डालती है। कोशिश करें जहां आप आराम करें वहां शांति का माहौल हो, ताकि नींद डिस्टर्ब न हो।
शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें। इस समय ही बॉडी को सबसे ज्यादा पानी की कमी महसूस होती है। पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए आप रोजाना जूस या हेल्दी ड्रिंक भी ले सकती हैं। नॉर्मल डिलीवरी के लिए ये उपाय बेहतर माना जाता है।
अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा गोरा चिट्टा हो, रोजाना अनार का जूस पीएं। इससे इससे बच्चे का रंग साफ होगा।
माना जाता है कि लेबर पेन के दौरान अगर पेट पर शहद और काले जीरे का पेस्ट बनाकर पेट पर फैला दें, तो इससे लेबर पेन कम हो जाता है और नॉर्मल डिलीवरी हो जाती है।
आयुर्वेद के अनुसार ड्यू डेट आते-आते अगर आपको पहली बार लेबर पेन का अहसास हो, तो ज्यादा से ज्यादा पैदल चलना शुरू कर दें। इससे नॉर्मल डिलीवरी में आसानी होगी और लेबर पेन भी कम महसूस होगा।
डिलीवरी के बाद अच्छे स्तनपान के लिए एक चौथाई मैथी, आधा कप कच्चा चावल, और पांच लहसुन के टुकड़े लें। अच्छी तरह से इन तीनों चीजों की भांप ले लें। इसे रोजाना पानी के साथ लें। ऐसा आपको प्रेग्नेंसी का सांतवा महीना शुरू होने पर करना है।
Home Remedies for Normal Delivery
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