Categories: एस्ट्रो

घर की पहली ईंट से पहले करें ये काम, वरना ठहर जाएगी खुशहाली, जानें नींव पूजन के वास्तु महत्व

Vastu Tips for House Foundation: घर बनाना सिर्फ एक निर्माण प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारियों और सपनों में से एक होता है. किसी भी घर की शुरुआत उसकी नींव से होती है, और वास्तु शास्त्र के अनुसार, नींव पूजन इस यात्रा का सबसे पवित्र और शुभ चरण माना जाता है. नींव पूजन न केवल भवन के स्थायित्व के लिए आवश्यक है, बल्कि यह घर में आने वाले सौभाग्य, शांति और समृद्धि का द्वार भी खोलता है.

 

नींव पूजन का महत्व

वास्तु शास्त्र के अनुसार, नींव पूजन का संबंध पृथ्वी देवता से होता है. यह पूजन धरती माता से अनुमति मांगने और सकारात्मक ऊर्जा का आह्वान करने का प्रतीक है. जब हम भूमि की खुदाई करते हैं, तो उसके भीतर सुप्त ऊर्जा को जागृत किया जाता है। इसलिए यह आवश्यक है कि इस कार्य को विधि-विधान और श्रद्धा के साथ किया जाए.

 

नींव पूजन की प्रक्रिया

नींव पूजन आमतौर पर घर के दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में किया जाता है. पहले भूमि की खुदाई की जाती है, फिर उसमें पूजा कर विशेष सामग्रियों को रखकर वापस मिट्टी से भरा जाता है. इसके बाद ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाता है.

 

नींव पूजन में रखी जाने वाली प्रमुख वस्तुएं

1. तांबे का कलश- तांबा सकारात्मक ऊर्जा का वाहक माना जाता है. कलश में गंगाजल, सिक्का, हल्दी, कुमकुम और फूल रखे जाते हैं. यह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का प्रतीक होता है, जो घर में धन-समृद्धि और स्थिरता बनाए रखते हैं.

2. हल्दी और सुपारी- पांच साबुत हल्दी या पूजा वाली सुपारी को शुभता और मंगल का प्रतीक माना गया है. इसे नींव में रखने से घर में सकारात्मकता और सौभाग्य बढ़ता है.

3. लोहे की चार कीलें- वास्तु के अनुसार, नींव में चारों दिशाओं में लोहे की कीलें रखने से नकारात्मक शक्तियां और बुरी नजर घर में प्रवेश नहीं कर पातीं. यह घर की रक्षा का प्रतीक है.

4. पान का पत्ता और जनेऊ- ये वस्तुएं धार्मिकता और पवित्रता का संकेत हैं. पान का पत्ता देवताओं को प्रिय होता है और जनेऊ शुभ संस्कारों का प्रतीक है.

5. नारियल, गुड़ और फल- ये समृद्धि, मिठास और जीवन के पूर्णत्व का प्रतीक हैं. इनका उपयोग पूजन में किया जाता है ताकि घर में सद्भाव और मिठास बनी रहे.

6. दूध, शहद और मिट्टी का कसोरा- इनका उपयोग भूमि को शुद्ध और पवित्र करने के लिए किया जाता है. यह संयोजन धरती की उर्वरता और स्थायित्व का प्रतीक है.

नींव पूजन के लाभ

  • घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता.
  • परिवार के सदस्यों के बीच शांति और समरसता बनी रहती है.
  • धन और समृद्धि का स्थायी वास होता है.
  • घर का निर्माण मजबूत और टिकाऊ होता है.
shristi S

Share
Published by
shristi S

Recent Posts

PAN-Aadhaar Link Alert: 31 दिसंबर तक लिंक नहीं किया तो इनएक्टिव हो जाएगा PAN

PAN-Aadhaar Link Alert: PAN आधार से लिंक नहीं है तो सावधान! 31 दिसंबर की डेडलाइन के…

Last Updated: December 26, 2025 17:49:06 IST

Aaj Ka Panchang 26 December 2025: 26 दिसंबर 2025, आज का पंचांग! जानें दिन का शुभ मुहूर्त-राहुकाल का समय?

Today panchang 26 December 2025: आज 25 दिसंबर 2025,शुक्रवार का दिन पौष माह के शुक्ल…

Last Updated: December 26, 2025 11:04:31 IST

Gig Workers Strike: नए साल से पहले डिलवरी संकट! आखिर क्यों Swiggy, Zomato के वर्कर्स 31 दिसंबर को करेंगे हड़ताल… जाने वजह

Zepto Blinkit Strike News: 31 दिसंबर, नए साल की शाम के लिए एक और हड़ताल की…

Last Updated: December 26, 2025 09:55:32 IST

लड़की ने Indian Idol में Instrument बजाकर किया कमाल, Judge ने दिया स्टैंडिंग ओवेशन…

Indian Idol Viral Performance: इंडियन आइडल (Indian Idol) के मंच पर हाल ही में एक…

Last Updated: December 26, 2025 06:44:18 IST