Hindi News / Auto Technology / Dog Was Sent To Space 67 Years Ago Never Returned Know How Much Torture He Suffered In Space

67 साल पहले अंतरिक्ष पर भेजा गया वो कुत्ता जो कभी नही लौट पाया वापस, जानें उसने स्पेस में कितने जुल्म सहे!

First Animal in Space: अंतरिक्ष एजेंसियां ​​चांद पर इंसानों को बसाने का सपना देख रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने का रास्ता एक जानवर ने बनाया था।

BY: Preeti Pandey • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), First Animal in Space: अंतरिक्ष एजेंसियां ​​चांद पर इंसानों को बसाने का सपना देख रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने का रास्ता एक जानवर ने बनाया था। जी हां, 67 साल पहले एक कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा गया था, जिसका नाम धरती की परिक्रमा करने वाले पहले जीवित प्राणी के तौर पर दर्ज है, लेकिन वह कुत्ता धरती पर वापस नहीं लौटा। 3 नवंबर 1957 को स्पुतनिक-2 में सोवियत रूसी कुत्ते लाइका को लॉन्च किया गया था। इसके मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यात्रा से जीवों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना था, लेकिन दुख की बात यह है कि लॉ न्चिंग के कुछ समय बाद ही लाइका की अत्यधिक गर्मी और तनाव के कारण मौत हो गई, लेकिन लाइका नाम का यह कुत्ता अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में खास जगह रखता है।

सोवियत संघ और अमेरिका के बीच दौड़ का नतीजा

मॉस्को का यह बहादुर कुत्ता अंतरिक्ष यात्रा में मील का पत्थर साबित होकर पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला पहला जीवित प्राणी बन गया। उस समय उपलब्ध सीमित तकनीकों और शोध के कारण मनुष्यों के लिए अंतरिक्ष यात्रा करना संभव नहीं था, इसलिए सोवियत वैज्ञानिकों ने भविष्य की संभावनाओं पर काम करने के लिए जानवरों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बनाई।

फ्रिज था या बम? एक छोटी सी गलती और उड़ गए सबके परखच्चे…कहीं आप भी तो नहीं कर रहे यही भूल?

First Animal in Space: 67 साल पहले अंतरिक्ष पर भेजा गया वो कुत्ता जो कभी नही लौट पाया वापस

लाइका की अंतरिक्ष यात्रा सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच प्रतिस्पर्धा के दौर में हुई, जिसे स्पेस रेस के नाम से जाना जाता है। पहले कृत्रिम उपग्रह स्पुतनिक-1 के सफल प्रक्षेपण के बाद, सोवियत संघ के नेता निकिता ख्रुश्चेव अक्टूबर क्रांति की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक और बड़ी उपलब्धि की तलाश में थे। उस समय मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजना संभव नहीं था, इसलिए इसका लाभ उठाने के लिए जानवरों को अंतरिक्ष में भेजने का प्रस्ताव रखा गया और उसे मंजूरी भी मिल गई।

आलस में ये 5 सबसे खराब पासवर्ड इस्तेमाल कर रहे भारत के लोग, जानें कैसे खतरे में डाल रहे अपनी पूरी जिंदगी

लाइका का चयन और प्रशिक्षण कैसे हुआ?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लाइका मॉस्को की सड़कों पर रहने वाली 3 साल की मोंगरेल नस्ल की कुतिया थी। अंतरिक्ष में जानवर भेजने के अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए वैज्ञानिकों ने किसी के पालतू कुत्ते की जगह आवारा कुत्ते को प्राथमिकता दी, ताकि अगर अंतरिक्ष में जानवर को कुछ हो जाए तो किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। लाइका को अंतरिक्ष यात्रा के लिए बहुत सख्त प्रशिक्षण दिया गया था। उसे खास जेली वाला खाना खाने, अंतरिक्ष यान के दमघोंटू अंतरिक्ष को सहने और किसी तरह के गुरुत्वाकर्षण को झेलने का प्रशिक्षण दिया गया था।

3 नवंबर 1957 को स्पुतनिक-2 से लाइका की अंतरिक्ष यात्रा शुरू हुई। दुनिया का ध्यान इस उड़ान की ओर गया, क्योंकि यह उपलब्धि अंतरिक्ष यात्रा के रिकॉर्ड में दर्ज हो गई। हालांकि, यह खुशी अल्पकालिक थी, क्योंकि इस मिशन और लाइका का दुखद अंत हुआ। क्योंकि लाइका की यात्रा एकतरफा थी। उसे वापस लाने की कोई योजना नहीं थी। उसकी धरती पर सुरक्षित वापसी के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी।

साल 2025 Smartphones यूजर्स को देगा बड़ा झटका, जानिए वो तीन बड़े कारण जिनकी वजह से मोबाइल हो जाएंगे महंगे!

Tags:

India newsindianewslatest india newsNewsindiaSpace NewsSpace Sciencetoday india newsइंडिया न्यूज
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue