India News (इंडिया न्यूज), Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लागू किया गया ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर लगातार तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहा है, जिससे शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 27 जनवरी को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के चार लाख 97 हजार 572 शिक्षकों का अटेंडेंस शून्य हो गया था, जबकि स्कूल में उपस्थित होने के बावजूद उनका डेटा सही से दर्ज नहीं हो पाया। सोमवार को स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों के लिए यह समस्या और बढ़ गई।
शिक्षकों का कहना है कि इंटरनेट की उपलब्धता के बावजूद ऐप में लॉगिन की समस्या बनी रहती है। कई स्थानों पर तो ऐप बेहद धीमा चल रहा है, जिससे अटेंडेंस अपलोड करने में समय और परेशानी दोनों का सामना करना पड़ता है। जगदीशपुर के एक प्रधानाध्यापक ने बताया कि करीब आधे घंटे तक अटेंडेंस अपलोड नहीं हो सका, और स्कूल के 15 से ज्यादा शिक्षकों का अटेंडेंस दर्ज नहीं हुआ।
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तकनीकी सूत्रों के अनुसार, ई-शिक्षा पोर्टल पर अत्यधिक डेटा अपलोड होने की वजह से यह सिस्टम क्रैश हो जाता है। इसके अलावा, कभी-कभी सर्वर की समस्या भी सामने आती है। इससे शिक्षकों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
इसी बीच, राज्य सरकार ने पांच आकांक्षी प्रखंडों की शिक्षा व्यवस्था की रिपोर्ट को यू-डायस पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन प्रखंडों में विद्यालयों की आधारभूत संरचना, जैसे शौचालय, पेयजल, बिजली व्यवस्था आदि का डेटा अपलोड किया जाएगा। सिस्टम की खामियों को देखते हुए विभाग जल्द ही सुधार करने की योजना बना रहा है ताकि शिक्षकों को भविष्य में कोई परेशानी न हो।