Categories: बिज़नेस

11 साल बाद EPFO में ऐतिहासिक बदलाव की तैयारी, जानें कर्मचारियों पर क्या पड़ेगा इसका असर?

EPFO Latest Updates: देशभर के लाखों कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर आने वाली है. Employees Provident Fund Organisation (EPFO) जल्द ही एक बड़ा फैसला ले सकता है, जिससे कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा और भविष्य की बचत को नया आयाम मिलेगा. खबरों के मुताबिक, EPFO की अगली बैठक में EPF (Employees Provident Fund) और EPS (Employees Pension Scheme) में शामिल होने की न्यूनतम वेतन सीमा को ₹15,000 से बढ़ाकर ₹25,000 प्रति माह करने पर विचार किया जाएगा. यदि यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा. यह फैसला दिसंबर 2025 या जनवरी 2026 में होने वाली सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में लिया जा सकता है.

क्या है मौजूदा नियम?

वर्तमान में वे कर्मचारी जिनका मूल वेतन ₹15,000 या उससे कम है, वे EPF और EPS योजनाओं के दायरे में आते हैं. जबकि इससे अधिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों को इसमें शामिल होने या बाहर रहने का विकल्प होता है. यह नियम 2014 में तय किया गया था, जब सरकार ने आखिरी बार वेतन सीमा में बदलाव किया था. यानी पूरे 10 साल बाद एक बार फिर इस सीमा में संशोधन की संभावना बन रही है.

क्या बदल सकता है नया प्रस्ताव?

सूत्रों के अनुसार, श्रम मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने संकेत दिया है कि EPF और EPS की पात्रता सीमा को ₹10,000 तक बढ़ाया जा सकता है, जिससे यह ₹25,000 तक पहुंच जाएगी. इस बदलाव से न केवल लाखों नए कर्मचारी इन योजनाओं के तहत आएंगे, बल्कि कर्मचारियों की दीर्घकालिक बचत और पेंशन सुरक्षा भी मजबूत होगी.  माना जा रहा है कि यह निर्णय लागू होने पर लगभग 1 करोड़ नए कर्मचारी ईपीएफ के सदस्य बन सकते हैं.

क्या है EPF और EPS में योगदान का नियम?

मौजूदा प्रावधानों के अनुसार कर्मचारी अपनी सैलरी का 12% हिस्सा EPF में जमा करता है. नियोक्ता (Employer) भी 12% योगदान करता है, जिसमें से 3.67% EPF खाते में जाता है, 8.33%  EPS (Employees Pension Scheme) में जमा होता है. इस तरह दोनों मिलकर कर्मचारी के भविष्य के लिए एक मजबूत आर्थिक सुरक्षा कवच तैयार करते हैं.

 EPFO की वर्तमान स्थिति

इस समय EPFO देश का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है, जो लगभग 26 लाख करोड़ रुपये का फंड मैनेज कर रहा है. देशभर में इसके 7.6 करोड़ एक्टिव सदस्य हैं, जिनकी संख्या हर साल बढ़ रही है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर न्यूनतम वेतन सीमा बढ़ाई जाती है, तो इससे औपचारिक क्षेत्र (formal sector) में काम करने वाले अधिक कर्मचारी सामाजिक सुरक्षा के दायरे में आएंगे, जिससे उनकी वित्तीय स्थिरता और भविष्य की सुरक्षा में सुधार होगा.

shristi S

Recent Posts

High Voltage क्लेश! धर्मांतरण का शक या सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट? बरेली में चर्च के बाहर चढ़ा भक्ति का पारा…

Hanuman Chalisa Outside Bareilly Church: उत्तर प्रदेश के बरेली में क्रिसमस के मौके पर सामने…

Last Updated: December 26, 2025 03:32:20 IST

Swiggy Report: 2025 में इतने करोड़ बिरयानी हुए ऑर्डर, स्विगी की रिपोर्ट में इन फूड को लोगों ने किया पसंद

Swiggy Report: क्या आप जानते हैं कि साल 2025 में भारतीयों के द्वारा खाने में…

Last Updated: December 26, 2025 04:59:22 IST

Video: विराट कोहली के लिटिल फैन को रोहित शर्मा ने लगाया गले, मैदान पर दिखा दिल छू लेने वाला पल, वीडियो वायरल

Rohit Sharma Viral Video: 24 दिसंबर को रोहित शर्मा की बैटिंग देखने को लिए जयपुर…

Last Updated: December 26, 2025 04:55:56 IST

Chanakya Niti: जिंदगी में कभी गलत फैसला न हो, इसके लिए चाणक्य के ये अनमोल टिप्स जरूर जान लें

Chanakya Niti: जिंदगी में सही फैसले और सफलता पाने के लिए अपनाएं ये चाणक्य के…

Last Updated: December 26, 2025 04:47:00 IST

Santa Tracker 2025: अभी कहां हैं सांता क्लॉज? इस तरह फटाफट ट्रैक करें उनकी लाइव ग्लोबल यात्रा

Santa Claus Live Tracking: हर साल, क्रिसमस ईव की आधी रात से शुरू होकर, NORAD सांता…

Last Updated: December 26, 2025 04:37:15 IST