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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
AI X-Rays To Detect Covid-19: 2019 से चीन के शहर वुहान से शुरू हुई कोरोना महामारी ने पूरी देश-दुनिया में ना जाने अब तक कितने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस महामारी से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ व केंद्र सरकार ने कई हिदायतें बरतने के लिए कई गाइडलाइंस भी जारी कर चुकी है। वहीं कई तरह की वैक्सीन व दवाइयां भी बनाई गईं। हर दिन वैज्ञानिक अपनी तरह से नई-नई रिसर्च करते हैं।
वहीं अभी तक कोरोना इंफेक्शन की पहचान के लिए दो टेस्ट होते थे जैसे आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट। अब एक ऐसी नई एक्स-रे टेक्नोलॉजी आई है, जिससे बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट किए ही ये पता लग जाएगा कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं। आइए जानते हैं कि क्या है (Coronaviru) कोरोना जांच करने वाली नई एक्स-रे तकनीक? क्या ये आरटी-पीसीआर की जगह ले सकती है?।
(AI based X-Rays for Coronavirus) कोरोना जांच करने वाली इस नई एक्स-रे तकनीक को यूनिवर्सिटी आॅफ वेस्ट स्कॉटलैंड (यूडब्ल्यूएस) के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है। स्कॉटलैंड के रिसर्च की ओर से विकसित यह एक्स-रे तकनीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी (एआई) पर आधारित है। इस तकनीक से कुछ ही मिनटों में पता लग जाएगा कि व्यक्ति को कोरोना है या नहीं।
(AI X-Rays for Corona, Scotland AI X-Rays) बताया जा रहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक वायरस को फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। हालांकि माना जा रहा है कि एक्स-रे तकनीक पूरी तरह से आर-पीसीआर टेस्ट यानी रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन की जगह नहीं ले सकती है। क्योंकि संक्रमण के शुरूआती चरण में कोरोना के लक्षण एक्स-रे में नजर नहीं आते हैं।
यूनिवर्सिटी आफ वेस्ट स्कॉटलैंड (यूडब्ल्यूएस) रिसर्च के मुताबिक, इस नई तकनीक में कोरोना संक्रमित मरीजों, स्वस्थ व्यक्तियों और वायरल निमोनिया से पीड़ित लोगों के करीब तीन हजार एक्स-रे इमेज का डेटाबेस होता है। एआई पर आधारित एक्स-रे से इन सभी इमेज के स्कैन (बारीकी से जांच) की तुलना की जाती है।
इसके बाद एक ‘डीप कन्वेन्शनल न्यूरल नेटवर्क’ नाम की एआई तकनीक, एल्गोरिदम के जरिए विजुअल इमेजरी का विश्लेषण करके ये पता करती है कि व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है या नहीं। रिसर्च का दावा है कि एक विस्तृत टेस्टिंग फेज में इस तकनीक ने कोरोना संक्रमण का पता लगाने में 98फीसदी सटीक रिजल्ट दिया।
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