India News (इंडिया न्यूज), Crime News: तेलंगाना पुलिस ने प्रतिबंधित पदार्थ अल्प्राजोलम के उत्पादन और बिक्री में शामिल एक बड़े ड्रग निर्माण रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ जब्त किया है और उनके कब्जे से 60 करोड़ रुपये की संपत्ति की पहचान की है। विशाल ड्रग नेटवर्क का पता तब चला जब संगारेड्डी जिले में पुलिस अधिकारियों ने 47 वर्षीय रियल एस्टेट व्यवसायी गिरमा गौनी सुधीर गौड़ को हिरासत में लिया, जिसकी बाद में मुख्य आरोपी के रूप में पहचान की गई। शुक्रवार को पुलिस ने गौड़ को अपनी कार में अल्प्राजोलम ले जाते समय रोक लिया और पकड़ लिया। पूछताछ करने पर उसने ड्रग ऑपरेशन में अपनी भूमिका कबूल कर ली।
पुलिस अधीक्षक चेन्नुरी रूपेश के अनुसार, सुधीर गौड़ और उसके साथी 2014 से अवैध अल्प्राजोलम व्यापार में शामिल हैं। शुरुआत में, समूह ने ड्रग के साथ मिलावटी शराब बेची, लेकिन 2023 में, उन्होंने अपनी खुद की विनिर्माण इकाई स्थापित की। जानकारी के अनुसार, गिरोह ने हैदराबाद के बाहरी इलाके में एक केमिकल फैक्ट्री खरीदी थी और अल्प्राजोलम का उत्पादन करने के लिए मशीनरी लगाई थी। पुलिस ने बताया कि उत्पादित अल्प्राजोलम का प्रत्येक बैच लगभग 50 किलोग्राम था और समूह ने हैदराबाद, संगारेड्डी, मेडक, सिद्दीपेट और कामारेड्डी जैसे जिलों में 4 लाख रुपये प्रति किलोग्राम की दर से दवा बेची।
Crime News (तेलंगाना में बड़े ड्रग्स फैक्ट्री का हुआ भंडाफोड़)
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड सुधीर गौड़ के साथ 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है किया है। आरोपियों के नाम गिरमा गौनी श्रीवाणी (38), एक गृहिणी और सुधीर गौड़ की पत्नी, बिस्वेश्वर सिंह (43), ओडिशा का एक व्यवसायी; राजेश्वर शर्मा जोशी (41), एक पुजारी; और बोडा शशि कुमार (30), एक ड्राइवर। पुलिस ने 740 ग्राम अल्प्राजोलम, तीन कारें, छह मोबाइल फोन और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की। उन्होंने आरोपियों की 60 करोड़ रुपये की संपत्ति की भी पहचान की। सुधीर गौड़ के सहयोगी विशाल गौड़, साई गौड़ और अन्य सहित रैकेट में शामिल नौ अन्य लोग अभी भी फरार हैं। उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं।