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Dr. BR Ambedkar किसी धर्म के खिलाफ नहीं सिर्फ व्यवस्था के खिलाफ थे: भंते संघप्रिय राहुल

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। BR Ambedkar : भारतीय बौद्ध संघ के तत्वाधान में कांस्टीट्यूशन क्लब में भारत के संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य और चुनाव समिति के सदस्य सत्य नारायण […]

BY: Harpreet Singh • UPDATED :
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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। BR Ambedkar : भारतीय बौद्ध संघ के तत्वाधान में कांस्टीट्यूशन क्लब में भारत के संविधान निर्माता डॉ. बीआर अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री, भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य और चुनाव समिति के सदस्य सत्य नारायण जटिया, विश्व हिंदू परिषद के दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना, पूर्व मेयर और भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री और एनडीएमसी की पूर्व सदस्य अनीता आर्या, समता सैनिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एआर जोशी, भारतीय बौद्ध संघ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सोनकर,राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला मोर्चा शालनी राठी, राष्ट्रीय महामंत्री विकास उज्जैनवाल, राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली प्रभारी एडवोकेट राहुल गौतम आदि लोगों ने डॉक्टर बी आर अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सत्यनारायण जटिया ने कहा कि डॉ बीआर अंबेडकर दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं उन्होंने अनुसूचित जनजातियों, अनुसूचित जातियों, पिछड़े और अति पिछड़े जातियों के लिए संविधान में आरक्षण की व्यवस्था की, ताकि समाज में समानता को स्थापित किया जा सके। विश्व हिंदू परिषद दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि सामाजिक समरसता से ही देश और समाज का विकास संभव है। डॉक्टर बीआर अंबेडकर ने भारत को नायाब संविधान दिया है।

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BR Ambedkar

भारत के विकास में उनका अहम योगदान है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। भारतीय बौद्ध संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर किसी धर्म के खिलाफ नहीं थे वह सिर्फ समाज में समानता को स्थापित करना चाहते थे जिससे समाज में सभी वर्ग के लोगों को आगे बढ़ने का समान अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर कानून के ज्ञाता तो थे ही साथ ही वे प्रखर समाज सुधारक भी थे। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको याद किया।

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