India News (इंडिया न्यूज),Arvind Kejriwal Pension:करीब 10 साल तक दिल्ली की सत्ता संभालने वाले अरविंद केजरीवाल अब न तो मुख्यमंत्री हैं और न ही विधायक। नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने के बाद अब केजरीवाल की नई पहचान ‘पूर्व मुख्यमंत्री’ और ‘पेंशनभोगी’ की हो गई है। आइए जानते हैं कि दिल्ली में पूर्व विधायकों और मुख्यमंत्रियों के लिए पेंशन के क्या नियम हैं और केजरीवाल को कितनी रकम मिलेगी।
केजरीवाल को कितनी मिलेगी पेंशन?
दिल्ली विधानसभा की वेबसाइट के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री को वही पेंशन मिलती है जो किसी पूर्व विधायक को मिलती है। स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और नेता विपक्ष के लिए भी यही प्रावधान लागू होता है।पहले कार्यकाल के लिए 15,000 रुपए मासिक पेंशन मिलती है और हर अतिरिक्त साल के लिए 1,000 रुपए अतिरिक्त जोड़े जाते हैं।अगर केजरीवाल के कार्यकाल को देखें तो 2013 में 49 दिनों की सरकार के लिए 15,000 रुपए पेंशन तय और फिर लगभग 10 साल (2015-2024) तक मुख्यमंत्री रहे, यानी 10,000 रुपए अतिरिक्त।तो टोटल पेंशन: 25,000 रुपए प्रति माह अब अरविंद केजरीवाल को हर महीने 25,000 रुपए पेंशन मिलेगी।
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केजरीवाल सरकार ने खुद बढ़ाई थी पेंशन
दिलचस्प बात यह है कि फरवरी 2023 में केजरीवाल सरकार ने विधायकों और मंत्रियों की सैलरी और पेंशन में इजाफा किया था। पहले पूर्व विधायकों की पेंशन सिर्फ 7,500 रुपए थी, जिसे दोगुना कर 15,000 रुपए कर दिया गया। अब सवाल यह है कि जिस नेता ने दिल्ली में सत्ता के बड़े फैसले लिए, वही अब एक पेंशनधारी की भूमिका में रहेंगे। क्या केजरीवाल की राजनीति यहीं खत्म हो जाएगी या वह वापसी की कोशिश करेंगे? राजनीतिक गलियारों में अब इसी पर चर्चा तेज है!