India News (इंडिया न्यूज), दीपक राना | Delhi News: राजधानी दिल्ली में यातायात नियमों की बात तो खूब की जाती है, आमजन के लिए यातयात नियम भी बनाए जाते है। दिल्ली के अधिकतर इलाकों में सड़कों पर नियमों की धज्जियां उड़ती तस्वीरें अक्सर देखने को मिल जाती है, लेकिन क्या हो जब शासन और प्रशासन ही इन नियमों की धज्जियां उड़ाने पर आमादा हो जाए। इसकी बानगी रोहिणी सेक्टर 7 और 9 डिवाइडर रोड पर देखने को मिल रही है। नेताजी सुभाष प्लेस से मधुबन चौक और रोहिणी होते हुए दिल्ली देहात को जोड़ने वाली मुख्य सड़क में से एक इस सड़क पर नियमों की अनदेखी देखने को मिल रही है।
दरअसल दिल्ली सरकार द्वारा सड़क पर पहली लेन को डीटीसी बस के लिए निर्धारित किया गया है। ताकि इस लेन में सुविधा से बसें चल सके। लेकिन जब बस लेन में ही एमसीडी द्वारा गाड़ियों को पार्क करने के लिए अधिकृत कर दिया जाए तो आखिर बसें कहा चलेगी। ऐसी स्थिति में इस सड़क पर बस चालक अपनी लेन से बाहर बस चलाते है। जिसके चलते कई बार जाम जैसी स्थिति भी पैदा हो जाती है और बाकी वाहन चालकों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
जाति जनगणना का वादा इंदिरा गांधी की विरासत का अपमान, कांग्रेस नेता ने लिखा पार्टी अध्यक्ष को पत्र
आपको बता दें कि इस बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रहे यात्रियों को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। अक्सर यात्रियों को बीच सड़क पर खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है। इसको लेकर पास के दुकानदारों ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि इस पार्किंग की वजह से सड़क पर जाम लगता है। दुकान पर ग्राहक भी आना कम हो गए है और इसका प्रभाव रोजगार पर भी देखने को मिल रहा है।
73 साल की उम्र में पीएम मोदी कैसे करते हैं 18 घंटे काम, जानें उनके फिटनेस का राज
गौरतलब है कि रोहिणी सेक्टर 9 के इस बस स्टैंड पर भी गाड़ियों को खड़ा किया जाता है और बस लेन में खड़ी इन गाड़ियों से पार्किंग शुल्क के रूप में 20 रुपये प्रतिघंटा चार्ज किया जाता है। ये शुल्क कोई और नहीं, बल्कि दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी वसूल कर रहा है। ऐसे में अब सवाल ये है कि एमसीडी किस आधार पर पार्किंग के रूप में ये शुल्क ले रहा है। अगर बस लेन को ही एमसीडी कब्जा लेगा तो आखिर सड़क पर चलने वाली बसें कहा चलेगी। लिहाजा अब एमसीडी की ये पार्किंग सवालों के घेरे में है।