India News (इंडिया न्यूज),Kejriwal CAG Report 2:दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर कैग (CAG) रिपोर्ट का दूसरा बड़ा हमला होने वाला है। गुरुवार को दिल्ली शराब घोटाले पर पेश हुई रिपोर्ट के बाद अब आज दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी CAG रिपोर्ट को विधानसभा में रखा जाएगा। इस रिपोर्ट में मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों में गड़बड़ियों का खुलासा होने की संभावना है।
AAP के लिए नई मुश्किलें
CAG की 14 लंबित रिपोर्ट्स में से यह दूसरी रिपोर्ट होगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की अनियमितताओं को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है। विधानसभा में दोपहर 2 बजे से शुरू होने वाले सत्र में इस रिपोर्ट को पेश किया जाएगा। रिपोर्ट के आने के बाद केजरीवाल सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो सकते हैं। दूसरी तरफ, उपराज्यपाल के संबोधन के दौरान हंगामे के आरोप में निष्कासित 21 AAP विधायक गुरुवार को पूर्व सीएम आतिशी के नेतृत्व में विधानसभा गेट के बाहर प्रदर्शन कर चुके हैं। अब आज ये विधायक राष्ट्रपति से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रहे हैं।
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शराब घोटाले की रिपोर्ट PAC को सौंपी
गुरुवार को दिल्ली की शराब नीति पर CAG रिपोर्ट पेश होने के बाद इसे पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (PAC) को सौंप दिया गया है, जिसे तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं, स्पीकर ने आबकारी विभाग को भी एक महीने में ‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’ पेश करने का निर्देश दिया है। सदन में PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने CCTV घोटाले की जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि AAP सरकार ने जानबूझकर BJP विधायकों के इलाकों में CCTV कैमरे नहीं लगवाए।
इस बीच दिल्ली के गांवों के नाम बदलने को लेकर नई सियासत शुरू हो गई है। BJP विधायकों ने नजफगढ़ का नाम ‘नाहरगढ़’ और मोहम्मदपुर गांव का नाम ‘माधवपुर’ करने की मांग की है। इससे पहले मुस्तफाबाद का नाम ‘शिवपुरी’ या ‘शिव विहार’ करने का प्रस्ताव भी आ चुका है।
क्या कहती है जनता?
मोहम्मदपुर गांव के स्थानीय लोगों ने इस नाम परिवर्तन का समर्थन किया है और इसे संस्कृति व परंपरा के अनुरूप बताया है। हालांकि, विपक्ष इसे ध्यान भटकाने की राजनीति करार दे रहा है। अब सवाल यह है कि CAG रिपोर्ट से AAP को कितना नुकसान होगा? और क्या केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य घोटाले के आरोपों से बच पाएगी या यह मुद्दा भी चुनावी हथियार बनेगा?