India News (इंडिया न्यूज़), Mohalla Clinic: दिल्ली सरकार के तहत स्वास्थ्य सेवाओं पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट ने कई गंभीर खामियों को उजागर किया है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह रिपोर्ट आज दिल्ली विधानसभा में पेश की, जिसमें मोहल्ला क्लीनिक से लेकर सरकारी अस्पतालों तक की स्थिति पर चिंता जताई गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के 14 अस्पतालों में आईसीयू की सुविधा नहीं है। इसके अलावा, 16 अस्पतालों में ब्लड बैंक की सुविधा नहीं है, 8 अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की कमी है, और 15 अस्पतालों में शवगृह नहीं है। कई अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं जैसे टॉयलेट्स और वेटिंग एरिया की भी कमी पाई गई है। यह रिपोर्ट शहर के 27 अस्पतालों की स्थिति पर आधारित है, जो स्वास्थ्य सेवाओं में गंभीर खामियों को दिखाती है।
Mohalla Clinic
रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 12 अस्पतालों में एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। ओपीडी में मरीजों की संतुष्टि सर्वेक्षण के अनुसार, 11% मरीजों ने पीने के पानी की कमी बताई, जबकि 30% ने कहा कि टॉयलेट्स की सफाई नहीं थी। 28% मरीजों का कहना था कि रजिस्ट्रेशन में एक घंटा से अधिक समय लगता है, और डॉक्टर से मिलनें के लिए भी समय बहुत लंबा होता है। दवा लेने के लिए मरीजों को 1 से 2 घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। रिपोर्ट से स्पष्ट है कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा और समय पर उपचार मिल सके।