India News Delhi (इंडिया न्यूज़), NDLS Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत और 15 यात्रियों के घायल होने की पुष्टि हुई है। हादसे के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की एक आंतरिक रिपोर्ट में दावा किया गया कि प्लेटफार्म बदलने के कारण भगदड़ मची। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने इस दावे को गलत बताया है और कहा कि मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित की गई है।
RPF की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवगंगा एक्सप्रेस के प्लेटफार्म 12 से रवाना होने के बाद स्टेशन पर भीड़ बढ़ने लगी थी। प्लेटफार्म 12 से 16 तक यात्री बड़ी संख्या में जमा हो गए, जिससे फुट ओवरब्रिज पर भारी जाम लग गया। इसी दौरान, रात करीब 8:45 बजे प्रयागराज विशेष ट्रेन के लिए प्लेटफार्म 12 की उद्घोषणा हुई, लेकिन कुछ समय बाद इसे बदलकर प्लेटफार्म 16 कर दिया गया। अचानक प्लेटफार्म बदलने की वजह से अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
NDLS Stampede
रेलवे प्रशासन ने RPF की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा कि भगदड़ के सही कारणों का पता लगाने के लिए उत्तर रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर नरसिंह देव और प्रिंसिपल चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर पंकज गंगवार की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाई गई है। यह समिति 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर रही है और गहन जांच के बाद अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।
जांच में यह भी सामने आया है कि RPF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्टेशन प्रबंधक से अनुरोध किया था कि टिकट की बिक्री रोक दी जाए, क्योंकि स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण से बाहर हो रही थी। हालांकि, तब तक हजारों यात्री प्लेटफार्म पर पहुंच चुके थे, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और उचित कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। हादसे से सबक लेते हुए रेलवे भीड़ प्रबंधन और यात्री सुरक्षा के लिए नए उपायों पर विचार कर रहा है।
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