30 सिंतबर के बाद बंद होंगी सभी प्राइवेट वाइन शॉप्स
नई आबकारी नीति के तहत सरकार ने दिए आदेश
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
राजधानी दिल्ली में शराब कारोबारियों को सरकार ने झटका दिया है। जिसकी शराब कारोबारियों ने निंदा की है। दिल्ली में लागू की गई नई आबकारी नीति के अनुसार वर्तमान में राजधानी में चल रहीं शराब की सभी प्राइवेट दुकानों को बंद कर दिया जाएगा। सरकार के इस फैसले से शराब का कारोबार करने वाले लोगों में हताशा फैल गई है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह अपने फैसले पर दोबारा विचार करे।
नई आबकारी नीति के अनुसार राजधानी में एक अक्टूबर से शराब की प्राइवेट दुकानें नहीं खुलेंगी। वर्तमान में इन दुकानों की संख्या अब 260 है। आबकारी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नई आबकारी नीति के तहत अब शराब की दुकानें खुलनी हैं। इसमें 32 जोन में से 20 जोन की नीलामी हो चुकी है। 12 जोन के लिए भी अगले कुछ दिन में टेंडर प्रक्रिया पूरी होनी है।
उधर, शराब दुकानदार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश गोयल ने कहा है कि हम दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार से आग्रह करते हैं कि वह भेदभाव पूर्ण नीति अपनाते हुए हमारे धंधे को न उजाड़ें, अन्यथा इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
नई आबकारी नीति से पहले सरकारी दुकानों के लाइसेंस की मियाद तो बढ़ाकर 16 नवंबर कर दी गई है लेकिन इन एल-7 व एल-10 दुकानों के लाइसेंस को विस्तार नहीं दिया गया है। एल-7 नाम की लाइसेंस की वह दुकान है जो कमर्शियल इलाकों में अंग्रेजी शराब की बिक्री के लिए खुली हुई हैं।
इसके साथ ही मॉल इत्यादि में खोली गई अंग्रेजी शराब और वाइन आदि की भी दुकानों को विस्तार नहीं दिया गया है। इसके बाद यह दुकाने भी 30 सितंबर के बाद बंद हो जाएंगी। दिल्ली लिकर ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन हरीश चौहान बताते हैं कि करीबन 260 दुकान है जो 30 सितंबर के बाद नहीं खुल सकेंगी। जबकि हम 20 साल से सुरक्षित क्वालिटी शराब की बिक्री कर रहे हैं।
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