India News (इंडिया न्यूज), Chandra Surya Yuti 2025: वैदिक ज्योतिष में चंद्र और सूर्य ग्रहों का विशेष महत्व है। चंद्र को सुख, मन, माता और मनोबल का दाता माना गया है, जबकि सूर्य आत्मा, ऊर्जा, व्यक्तित्व और आत्मविश्वास का कारक है। जब ये दोनों ग्रह एक साथ किसी राशि में स्थित होते हैं, तो इसे युति कहा जाता है, जो प्रभावित राशियों के जातकों के जीवन में विशेष प्रभाव डालती है।
साल 2025 में यह महत्वपूर्ण युति 27 अप्रैल को बनेगी। 14 अप्रैल 2025 को सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे और 15 मई तक वहीं रहेंगे। इसी अवधि में 27 अप्रैल को चंद्रमा वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे और 29 अप्रैल तक वहां रहेंगे। इस प्रकार, 27 अप्रैल को वृषभ राशि में चंद्र-सूर्य की युति का निर्माण होगा। आइए जानते हैं, किन राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
Chandra Surya Yuti 2025: 27 अप्रैल से वृषभ राशि में बनेगी चंद्र-सूर्य की युति
इन तीन राशियों के जातकों को इस युति के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय अपनाने चाहिए।
सूर्य और चंद्र ग्रह के मंत्रों का जाप करें: सूर्य के लिए “०९४ मित्र जयोतिषे नमोः६६०९९” और चंद्र के लिए “ओं चन्द्राय नमः।” का प्रतिदिन जाप करें।
दान करें: सूर्योदय के समय गुड़ और गेहूं का दान करें।
शांति के उपाय: सोमवार और रविवार को व्रत रखें और मंदिर में जाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
रुद्राक्ष धारण करें: उचित ज्योतिषीय परामर्श के बाद रुद्राक्ष धारण करें।
आहार का ध्यान रखें: हल्का और सुपाच्य भोजन करें। अधिक तला-भुना और मसालेदार भोजन से बचें।
27 अप्रैल 2025 को बनने वाली चंद्र-सूर्य की युति वृषभ, तुला और कुंभ राशि के जातकों के लिए चुनौतियां लेकर आएगी। हालांकि, सतर्कता और उपयुक्त उपायों से इन नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है। राशिफल को समझकर सही दिशा में प्रयास करें और अपने जीवन को सकारात्मकता से भरें।