इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : Haj Yatra 2022 कोरोना संक्रमण के कारण 2020 से विदेशीयों के लिए हज यात्रा पर रोक लगा दी गई थी। जिसके दो साल तक हज यात्रा आरंभ होने का इंतजार करने के बाद अब सऊदी सरकार ने इस साल यात्रा के लिए विदेशी लोगों को यात्रा की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद से दुनियाभर से हज जाने के लिए लोगों ने पहुंचना आरंभ कर दिया है। लिहाजा भारत से भी हज यात्रा के लिए फ्लाइट्स उड़ने लगी हैं।
दिल्ली से पहला जत्था 6 जून को रवाना हुआ। लखनऊ से भी आज पहला जत्था हज के लिए निकला है। वहीं इस साल भारत ने 79 हजार 237 हज यात्री जा रहे हैं। इन यात्रियों में आधी महिलाएं है। पिछली बार की तुलना में इस बार हज यात्रा ज्यादा महंगी है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी हज यात्रा की देखरेख कर रहे हैं। उन्होंने रविवार को हज कमेटी दिल्ली के बनाए कैंपों में निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों से बात की और उनका हाल जाना। मुख्तार नकवी ने हज यात्रा पर जाने वालों को बधाई भी दी। इसके साथ ही उन्होंने महिला यात्रियों से विशेष मुलाकात की। आपको बता दें कि इस साल हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों में से आधी महिलाएं हैं।
हज यात्रा के खर्च पर बात करते हुए नकवी ने कहा कि कई सालों से हज यात्रियों के साथ सब्सिडी के नाम पर पिछली सरकारें छल कर रही थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हज यात्रा के प्रोसेस को ट्रांसपेरेंट बनाया है। सब्सिडी को समाप्त किया गया है। यात्रा पर पिछली बार से ज्यादा खर्च आने की बात पर उन्होंने कहा कि सऊदी सरकार की तरफ से इस साल कुछ टैक्स बढ़ाए हैं। नकवी ने आगे कहा कि हमारी कोशिश है कि फिर भी हज यात्रा के रेट को कम से कम करने का प्रयास किया गया है।
मुख्तार नकवी और मुख्तार अहमद आखिरी बार 2019 में हज यात्रा पर गए थे। उस समय अजीजिया कैटेगरी के लिए हर यात्री को 2.36 लाख रुपए देने पड़ते थे। वहीं ग्रीन कैटेगरी के लिए हर यात्री को 2.82 लाख रुपए देने पड़ते थे। वहीं अगर 2022 की बात करें तो इस समय 3.35 लाख रुपए से लेकर 4.07 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। यह सरकार की तरफ से भेजे जाने वाले यात्रियों का खर्च है। प्राइवेट यात्रियों को तो 6 लाख रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं।
कोविड ने पूरी दुनिया को संकट में डालकर रख दिया। जिसका असर हर किसी पर पड़ा। जिसके कारण दुनियाभर में महंगाई बढ़ गई। आर्थिक चुनौती ने सभी के लिए मुसीबतें पैदा कर दी है। जिस कारण सऊदी को भी इस महामारी से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कोरोना के बाद से ही सऊदी में होटल्स पर टैक्स बढ़ाया गया। वैट भी लगाया जाने लगा। फ्लाइट की टिकट भी पहले से महंगी हुई। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वीजा के रेट 4 गुना तक बढ़ गए हैं। जिस कारण हज यात्रा महंगी हो गई है।
सऊदी अरब ने इस साल 79,237 यात्रियों को वीजा दिया है। इसमें से 56,601 सीट हज कमेटी इंडिया की हैं। वहीं 22,636 प्राइवेट टूर वालों को मिलेगी। हज कमेटी तय करती है कि किस जगह से कितने यात्री हज के लिए जाएंगे। अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोच्चि, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर ऐसे 10 प्वाइंट हैं, जहां से हज यात्रियों के लिए फ्लाइट्स रवाना होती हैं। दिल्ली से इस साल हज के लिए 20 फ्लाइट्स जाएंगी। जिसमें 8,256 यात्रियों को हज यात्रा करवाई जाएगी। आज दिल्ली से पहली फ्लाइट हज के लिए गई है। यूपी से इस साल 7500 यात्री हज के लिए जाएंगे।
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