इंडिया न्यूज:(Navratri festival) नवरात्रि पर्व हिन्दू धर्म में बेहद खास रूप से मनाया जाता हैं। इस पर्व को लेकर लोगों मे काफी ज्यादा उत्साह रहता हैं। नवरात्रि के इस पावन पर्व के मौके पर मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजन की जाती हैं, लोगों का मानना हैं कि दुर्गा मां के इन अलग-अलग रूपों के दर्शन से अलग-अलग तरह के मनोरथ पूर्ण होते हैं। नवरात्र का पर्व शक्ति की उपासना का पर्व है। बता दें कि इस बार नवरात्रि बुधवार, 22 मार्च को शुरू हो रही है जो 30 मार्च तक रहेगी, जो संपूर्ण 9 दिवसीय नवरात्र है। इसमें तिथियों की घटबढ़ नहीं है ।
नवरात्रि मनाये जाने की एक पौराणिक कथा के अनुसार भगवान श्रीराम ने लंका पर आक्रमण करने से पहले, रावण से युद्ध में जीतने की शक्ति के लिए देवी भगवती मां की आराधना की थी। भगवान राम ने रामेश्वरम में नौ दिनों तक माता का पूजा-अर्चना किया और श्रीराम की इस आराधना से प्रसन्न होकर माता ने उनको रावण से विजय प्राप्ति का आशीर्वाद दिया। जिसके बाद भगवान राम ने लंका नरेश रावण को हराकर उसका वध किया। जिसके बाद इन नौ दिनों को नवरात्रि के रूप में मनाया जाने लगा। साथ ही दशहरे के रूप मे रावण के पुतले को जलाकर मनाया जाता है।
नवरात्रि के इस पावन पर्व को लेकर वैज्ञानिको का कहना हैं जब ऋतुओं का सम्मिलन होता है तो आमतौर पर शरीर में वात, पित्त, कफ का समायोजन घट बढ़ जाता है। इससे रोग प्रतिरोध क्षमता कम हो जाती है। इसलिए जब नौ दिन जप, उपवास, साफ-सफाई, शारीरिक शुद्धि, ध्यान, हवन आदि किया जाता है तो, वातावरण शुद्ध हो जाता है। इससे हमारी कई बीमारियों से रक्षा होती है ।
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