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बनवाने निकले थे शिव मंदिर और अब हो रही हैं इस एलियन की पूजा, क्या अब मनोकामना पूरी करेंगे ये नए भगवान?

BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : August 23, 2024, 3:30 pm IST
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बनवाने निकले थे शिव मंदिर और अब हो रही हैं इस एलियन की पूजा, क्या अब मनोकामना पूरी करेंगे ये नए भगवान?

India News (इंडिया न्यूज), Alien Temple In Tamilnadu: भारत में विभिन्न धर्मों और प्रथाओं का पालन किया जाता है, और हम सभी धार्मिक त्योहारों को हर्षोल्लास से मनाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी ने एलियंस की पूजा करने के लिए एक मंदिर बनाया हो? तमिलनाडु के एक गांव में ऐसा ही एक अनोखा मंदिर निर्माणाधीन है, जो इस बात का जीवंत प्रमाण है कि धार्मिकता और आस्था की सीमाएं कितनी विस्तृत हो सकती हैं।

तमिलनाडु के सेलम में एलियन मंदिर

यह एलियन मंदिर तमिलनाडु के सेलम जिले के मल्लामुप्पमपट्टी गांव में स्थित है। इस मंदिर की स्थापना का श्रेय लोगनाथन नामक व्यक्ति को जाता है, जो रामगौंडनूर का निवासी है। लोगनाथन ने पहले एक शिव मंदिर बनाने का इरादा किया था, लेकिन समय के साथ उनकी योजना में एक अद्भुत मोड़ आया। उन्होंने दो साल पहले मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की, और निर्माण का कार्य अब भी जारी है।

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मंदिर की संरचना और विशेषताएँ

 

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लोगनाथन ने मंदिर में पंचमी वाराही (विष्णु के वराह अवतार का दक्षिणी रूप) की एक मूर्ति स्थापित की है। शिवलिंग, जो अभी भी निर्माणाधीन है, मंदिर के भूतल में स्थापित किया जाएगा। मंदिर में एक भूमिगत ध्यान कक्ष भी बनाया गया है, जहाँ अगस्त्य और एलियन की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। इस कक्ष का उद्देश्य ध्यान और ध्यानमग्नता की अवस्था में एलियन की पूजा करने का विशेष स्थान प्रदान करना है।

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लोगनाथन की प्रेरणा और विश्वास

लोगनाथन की शिक्षा केवल 10वीं कक्षा तक ही सीमित है, लेकिन उनकी धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा अनूठी है। कुछ साल पहले, उन्होंने होटल चलाया था और पैर में दर्द से परेशान थे। इलाज के लिए उन्होंने सिद्ध भाग्य नामक एक व्यक्ति से संपर्क किया। सिद्ध भाग्य की उपचार पद्धतियों से प्रभावित होकर, लोगनाथन ने उनका शिष्य बनने का निर्णय लिया। उनके गुरु के मार्गदर्शन में, उन्होंने मंदिर बनाने का निर्णय लिया, जिसमें एलियंस की पूजा की कल्पना भी शामिल थी।

लोगनाथन का मानना है कि सिद्धों ने तिरपाल पर एलियंस के बारे में लिखा था और भविष्य में सभी लोग एलियंस की पूजा करेंगे। इस विश्वास के आधार पर, उन्होंने अपने मंदिर में एलियन की मूर्तियाँ स्थापित की हैं।

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निर्माण प्रक्रिया और दान

रोचक बात यह है कि लोगनाथन ने मंदिर के निर्माण के लिए कोई दान नहीं लिया। उन्होंने अपने जैसे अन्य शिष्यों की मदद से इस निर्माण को आगे बढ़ाया। उनकी योजना है कि मंदिर के पूर्ण निर्माण में कुल तीन साल का समय लगेगा, और वे इस काम को अपने विश्वास और आस्था के साथ पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

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