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Karwa Chauth 2022: आज पूरे देश में करवा चौथ का त्यौहार मनाया जा रहा है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। सुहागिनों के लिए करवा चौथ का बहुत महत्व होता है। करवाचौथ का व्रत आमतौर पर शादीशुदा महिलाएं हीर रखती हैं। इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत करती हैं और फिर रात में चांद देखकर और उसे अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं। करवाचौथ पर पत्नी अपने पति के हाथों से पानी पीकर अपनाव्रत खोलती हैं। करवा चौथ की चांद निकलने के बाद ही पूजा की जाती है।
करवाचौथ पर हाथों में मेंहदी लगाते हैं और पूरा सोलह श्रृंगार करके पति की लंबी आयु के लिए पूजा करती हैं। बता दें कि सोलह श्रृंगार में चूड़िया, मांग टीका, मेंहदी, सिंदूर और बिंदी आदि को शामिल किया जाता है। आइए आपको इस करवाचौथ सोलह श्रृंगार में शामिल होने वाली चीजों के बारे में बताते हैं।
बिंदी- माथे में लगी बिंदी सुहाग का प्रतीक होती है इसलिए इसे सोलह श्रृंगार में शामिल करते हैं।
सिंदूर- माथे पर लगे सिंदूर को सुहाग की निशानी माना जाता है।
मांग टीका- ये वैसे तो एक ज्वैलरी है लेकिन फिर भी ही इसे सोलह श्रृंगार में शामिल किया जाता है।
मंगलसूत्र- मंगलसूत्र को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। ये सुहागिनों का बहुत जरूरी गहना होता है।
नथनी- नाक में पहनने वाली नथनी भी सोलह श्रृंगार में शामिल की जाती है।
काजल- काजल को भी सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है। क्योंकि ये काली नजर वालों से बचाता है।
गजरा- फूलों से महकता हुआ गजरा भी सोलह श्रृंगार का एक जरूरी हिस्सा होता है।
मेंहदी- करवाचौथ के दिन हाथों में जरूर मेंहदी लगानी चाहिए। मेंहदी श्रृंगार का एक अहम हिस्सा होती है।
कर्णफूल- सोलह श्रृंगार में कर्णफूल यानि की ईयर रिंग भी गिने जाते हैं।
चूड़ी- हाथों में हरी और लाल चूड़ियां भी सोलह श्रृंगार का हिस्सा होती हैं।
बाजूबंद- बाजूबंद भी वैसे एक आभूषण है लेकिन फिर भी इसे सोलह में शामिल किया गया है।
पायल- घर की लक्ष्मी के पैरों में पायल होना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसलिए ये भी सोलह श्रृंगार में शामिल है।
बिछिया- सुहागन स्त्रियां दोनों पांवों की बीच की तीन उंगलियो में बिछिया पहनती हैं।
अंगूठी- अंगूठी भी श्रृंगार का एक हिस्सा होती है।
कमरबंद या तगड़ी- सुहागन स्त्रियों के सोलह श्रृंगार में ये जरूर ही शामिल होता है।
लाल वस्त्र- लाल रंग के कपड़े भी 16वां और सबसे महत्वपूर्ण श्रृंगार होता है। करवाचौथ के दिन ज्यादातर सुहागिने लाल साड़ी या लहंगा पहनती हैं।
इस करवाचौथ आप भी ये सोलह श्रृंगार कर करवाचौथ की पूजा करें और अपने पति की लंबी आयु की कामना करें।
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