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India News (इंडिया न्यूज़),Kawad Yatra 2023,उत्तराखंड: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान एक युवक ने अपनी बूढ़ी मां को एक कंधे पर और दूसरे कंधे पर गंगा जल लेकर कांवड़ यात्रा की। यात्रा करने वाले युवक राम कुमार ने बताया, “मुझे भगवान ये करने की शक्ति दे रहे हैं। यात्रा करीब 150 किमी की है। मैं पूरी यात्रा इन्हें कंधे पर लेकर करूंगा।”
#WATCH उत्तराखंड: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान एक युवक ने अपनी बूढ़ी मां को एक कंधे पर और दूसरे कंधे पर गंगा जल लेकर कांवड़ यात्रा की।
यात्रा करने वाले युवक राम कुमार ने बताया, "मुझे भगवान ये करने की शक्ति दे रहे हैं। यात्रा करीब 150 किमी की है। मैं पूरी यात्रा इन्हें… pic.twitter.com/o1ZGAhNfZA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2023
बता दें सनातन धर्म में सावन का महीना शुरू होते ही भोलेनाथ के भक्त बड़ी संख्या में कांवड़ यात्रा लेकर अपने आराध्य की आराधना करने के लिए निकल पड़ते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का पवित्र महीना हर वर्ष श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। इस बार 4 जुलाई 2023 दिन मंगलवार से सावन मास की शुरुआत हो रही है। पुरषोत्तम मास होने की वजह से इस बार सावन का महीना पूरे 2 महीने का होने वाला है, जिसके कारण शिव भक्तों को भोलेनाथ की आराधना का अधिक समय मिलने वाला है। आज से यानी 4 जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो रही है।
हर वर्ष सावन के महीने में महादेव के भक्त नंगे पैर कांवड़ यात्रा निकालते हैं, जिसमें पवित्र नदी गंगा का जल लेकर शिवालय जाते हैं और वहां पर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाता है। यह एक तीर्थ यात्रा के समान होती है, जो सावन के पूरे महीने चलती है। कांवड़ यात्रा भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए निकाली जाती है। कांवड़ यात्रा चार प्रकार की होती हैं।
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