संबंधित खबरें
घर में शराब रखना होता है शुभ? आचार्य ने बताया रखने का सही तरीका…अचानक मिलने लगेंगी ये 3 अनमोल चीजें
आखिर क्या है वजह जो गर्भवती महिलाओं को नहीं काटते सांप, देखते ही क्यों पलट लेते हैं रास्ता? ब्रह्मवैवर्त पुराण में छुपे हैं इसके गहरे राज!
क्या आपके घर का मेन गेट भी है गलत दिशा में? तो हो जाएं सतर्क वरना पड़ सकता है आपकी जिंदगी पर बूरा असर!
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
India News (इंडिया न्यूज), Hanuman Ji Ka Gada: हनुमान जी से जुड़ी यह कथा उनके अद्भुत पराक्रम और दिव्यता की गाथा है, जो उनके बचपन से शुरू होती है। इस कथा का उल्लेख विभिन्न धार्मिक ग्रंथों और लोक मान्यताओं में मिलता है।
कहानी की शुरुआत होती है जब बालक हनुमान ने सूर्य को चमकता हुआ फल समझ लिया और उसे खाने के लिए आकाश में उड़ चले। सूर्यदेव की ओर बढ़ते हुए हनुमान जी ने अपनी अपार शक्ति का प्रदर्शन किया। लेकिन यह देखकर देवताओं में चिंता फैल गई। इंद्र देव ने अपने वज्र से हनुमान जी पर प्रहार किया, जिससे वे बेहोश हो गए और धरती पर गिर पड़े।
जब पवन देव ने देखा कि उनके पुत्र हनुमान बेहोश हो गए हैं, तो उन्होंने क्रोध में धरती पर वायु का प्रवाह रोक दिया। इससे संसार में सभी जीव-जन्तु संकट में आ गए। देवताओं ने पवन देव को शांत करने के लिए हनुमान जी को कई वरदान और उपहार दिए। इनमें से एक उपहार था कुबेर की गदा।
धन के देवता कुबेर ने हनुमान जी को एक दिव्य गदा भेंट की और वरदान दिया कि जब भी हनुमान जी इस गदा को लेकर युद्ध करेंगे, तो कभी हार नहीं मानेंगे। इस गदा ने बाद में हनुमान जी के पराक्रम में और वृद्धि की। रावण से युद्ध के समय भी हनुमान जी ने अपनी इसी गदा से रावण के रथ को चूर-चूर कर दिया था।
कुबेर लंका के असली शासक थे, जिन्हें यह राज्य उनके पिता ऋषि विश्रवा ने दिया था। लेकिन रावण, जो कुबेर का सौतेला भाई था, ने उनसे लंका छीन ली। इसके बाद कुबेर ने कैलाश पर्वत के निकट अलकापुरी में अपना नया राज्य बसाया, लेकिन रावण ने वह भी उनसे छीन लिया। कुबेर के इस संघर्ष की गाथा हनुमान जी की दिव्यता से जुड़ती है, क्योंकि उनकी दी हुई गदा हनुमान जी की अपराजेय शक्ति का प्रतीक बन गई।
इस कथा के अनुसार, हनुमान जी की गदा एक दिव्य हथियार है, जो न केवल उनकी शक्ति का प्रतीक है बल्कि उन्हें अपराजेय भी बनाती है। यह कथा समाज और धर्म की गहराइयों से जुड़ी हुई है, और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस गदा का प्रयोग हनुमान जी ने हमेशा धर्म और न्याय की रक्षा के लिए किया।
सैंकड़ों साल जीने के बाद भी अधूरी रह गई थी रावण की ये 5 बड़ी इच्छाएं, अगर हो जाती पूरी तो तबाही ही…?
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.