संबंधित खबरें
अर्जुन से क्यों इतनी नफरत करती थी मां गंगा…कि उसकी मौत देख जोर-जोर से लगीं थी हंसने?
साल 2025 में शनि चलेंगे ऐसी चाल की पलट कर रख देंगे इन 3 राशियों का जीवन, बड़े नुकसान की है आशंका, हो जाएं सावधान
अपने भाई कर्ण की मौत की खबर मिलते ही दुर्योधन के मुंह से निकला था ऐसा पहला शब्द कि…?
सपने में दिखी अगर ये चीज तो स्वर्ग सा खूबसूरत हो जायेगा जीवन, झट से दूर हो जाएंगी सारी तकलीफें
साल 2025 में ये 5 राशियां चखेंगी शादी का लड्डू, मिलेगा सपनों जैसा राजकुमार
नया साल लगते ही पहले दिन मां तुलसी के पौधे में डालें बस ये एक चीज, धन-धान्य की कमी नहीं होने देंगी पूरे साल!
India News (इंडिया न्यूज़), Mahashivratri 2024, Bhang and Dhatura: हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार, इस तिथि पर भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। यही कारण है कि हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। बता दें कि इस साल यह पर्व 08 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। ऐसे में जानिए कि भगवान शिव पर भांग और धतूरा चढ़ाने का क्या महत्व है।
पौराणिक कथा के अनुसार, जब देवताओं और असुरों के बीच अमृत की प्राप्ति के लिए समुद्र मंथन हुआ तो, इस दौरान विष भी उत्पन्न हुआ। यह विष इतना भयानक था कि इस विष की अग्नि से दसों दिशाएं जलने लगीं। तब भगवान शिव ने इस विष का पान किया, ताकि इस विष से प्रकोप से सभी को बचाया जा सके। इस विष का प्रभाव इतना अधिक था कि इसके कारण से शिव जी का गला नीला पड़ गया और वो अचेत हो गए। इस स्थिति को देखकर समस्त देव व दानव चिंतित हो गए।
तब भगवान शिव के सिर से हालाहल की गर्मी को दूर करने के लिए उनके सिर पर धतूरा और भांग रखा गया, जिससे विष शांत हुआ। माना जाता है कि तभी से भगवान शिव को भांग और धतूरा चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।
यह भी पढ़े: Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर सिंघाड़े के आटे की बनाएं स्पेशल बर्फी, जाने बनाने की विधि
भांग और धतूरा की प्रकृति कड़वी या फिर जहरीली होती है, जिस कारण मन में यह सवाल उठता है कि शिव जी पर ये चीजें क्यों अर्पित की जाती हैं। असल में भगवान शिव पर भांग और धतूरा अर्पित करने का अर्थ है कि हम अपनी सभी बुराईयां जैसे मन की कड़वाहट आदि का त्याग कर रहें हैं। ऐसे में भगवान को यह चीजें अर्पित कर हम स्वयं को निर्मल करने का संकल्प लेते हैं।
यह भी पढ़े: Mahashivratri 2024: अगर आप भी पहली बार रख रहें हैं महाशिवरात्रि का व्रत, तो जान लें इससे जुड़े ये जरूरी नियम
शिवलिंग पर धतूरा अर्पित करने के पीछे ज्योतिषीय कारण भी माना जाता है, जिसके अनुसार धतूरे को राहु का कारक माना गया है। ऐसे में भगवान शिव पर धतूरा अर्पित करने से राहु से संबंधित दोष जैसे कालसर्प, पितृदोष आदि से छुटकारा मिल सकता है। महाशिवरात्रि पर आप शिवलिंग पर भांग और धतूरा अर्पित करके कई गुना फल प्राप्त कर सकते हैं।
यह भी पढ़े: Mahashivratri 2024: 8 या 9 किस दिन मनाई जाएगी महाशिवरात्रि? जानें पूजा का समय, इतिहास और महत्व
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.