Hindi News / Dharam / Married Women Do Not Forget To Keep This One Thing Very Dear To Devi Skandmata In The Evening Aarti

मां स्कंदमाता को अति प्रिय है ये एक चीज शाम की आरती में रखना न भूलें सुहागन औरतें, मिलेंगे धन से लेकर सुख समृद्धि तक के आशीर्वाद?

Worship Of Devi Skandmata: शाम की आरती के समय मां स्कंदमाता को लाल रंग के ताजे फूल अर्पित करें और सच्चे मन से मां का ध्यान करें। कपूर और धूप जलाएं और मां की आरती करें। साथ ही, मां से परिवार की सुख-समृद्धि, संतान सुख, और धन की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।

BY: Prachi Jain • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), Worship Of Devi Skandmata: मां स्कंदमाता देवी दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं, जिन्हें नवरात्रि के पाँचवें दिन पूजा जाता है। यह माता का ऐसा रूप है जिसमें वे अपनी गोद में अपने पुत्र, भगवान कार्तिकेय (स्कंद) को लिए हुए हैं। स्कंदमाता को मां का सबसे करुणामय रूप माना जाता है। उनकी पूजा करने से संतान सुख, सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है। खासकर, सुहागन महिलाओं के लिए मां की पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है। आराधना के साथ, शाम की आरती में एक खास वस्तु का समर्पण मां को बहुत प्रिय होता है, जो भक्तों को अपार आशीर्वाद प्रदान करती है।

मां स्कंदमाता की महिमा:

मां स्कंदमाता की पूजा करने से न केवल संतान की प्राप्ति होती है, बल्कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का प्रवेश होता है। उन्हें शक्ति, प्रेम और ममता की प्रतीक माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मां स्कंदमाता की आराधना से परिवार में कलह समाप्त होता है, और समृद्धि के द्वार खुलते हैं।

Shani Gochar 2025: मीन राशि में 30 महीने तक वास करेंगे शनि महाराज, जानें किस जातक कि चमकाएंगे किस्मत किसका करेंगे जीना दुश्वार?

Worship Of Devi Skandmata: शाम की आरती के समय मां स्कंदमाता को लाल रंग के ताजे फूल अर्पित करें और सच्चे मन से मां का ध्यान करें। कपूर और धूप जलाएं और मां की आरती करें। साथ ही, मां से परिवार की सुख-समृद्धि, संतान सुख, और धन की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।

क्या आज से पहले कभी सुना है कैसे तय होती है मां दुर्गा के आगमन की सवारी…जानें कैसे देती हैं आपको संकेत?

आरती का महत्व:

मां स्कंदमाता की पूजा के बाद शाम की आरती करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेष रूप से नवरात्रि के दिनों में आरती में शामिल होकर, भक्त अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं और माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। आरती के समय दीया, धूप, कपूर आदि के साथ कुछ विशेष वस्तुओं को मां को समर्पित करने का विशेष महत्व है।

वह अति प्रिय वस्तु जिसे रखना न भूलें:

मां स्कंदमाता को विशेष रूप से लाल फूल अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह वस्तु मां को अति प्रिय है। लाल फूल शक्ति, समर्पण और प्रेम का प्रतीक होते हैं। सुहागन स्त्रियों को विशेष रूप से शाम की आरती के समय लाल फूलों का अर्पण करना चाहिए। यह न केवल मां का आशीर्वाद प्राप्त करने का माध्यम है, बल्कि इससे जीवन में धन, सुख-समृद्धि और संतान संबंधी आशीर्वाद भी मिलता है।

आज शाम की आरती है बेहद खास…मां कूष्मांडा की आरती करते समय थाल में जरुर रखियेगा ये वस्तु धन से भर देंगी आपके द्वार?

लाल फूल अर्पण के लाभ:

  1. धन की प्राप्ति: मां स्कंदमाता की कृपा से जीवन में धन की कमी नहीं होती। लाल फूल अर्पित करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
  2. सुख-शांति: परिवार में सुख-शांति और प्रेम बना रहता है।
  3. संतान सुख: मां स्कंदमाता संतान प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। उनकी आराधना करने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है।
  4. समृद्धि: घर में समृद्धि का प्रवेश होता है और व्यापार या कार्यक्षेत्र में उन्नति होती है।
  5. वैवाहिक जीवन में खुशहाली: सुहागन महिलाओं के लिए मां स्कंदमाता की पूजा से उनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

अपने चेहरे पर जो लगा ले ये एक चीज कोई भी औरत, तो मां कूष्मांडा की बरसती है ऐसी कृपा की छुड़ाए नहीं छूट सकता माता का हाथ?

आरती की विधि:

शाम की आरती के समय मां स्कंदमाता को लाल रंग के ताजे फूल अर्पित करें और सच्चे मन से मां का ध्यान करें। कपूर और धूप जलाएं और मां की आरती करें। साथ ही, मां से परिवार की सुख-समृद्धि, संतान सुख, और धन की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। नवरात्रि के समय यह पूजा विशेष फलदायी होती है, लेकिन किसी भी दिन मां की पूजा करने से अपार आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।

निष्कर्ष:

मां स्कंदमाता की पूजा और विशेष रूप से आरती के समय लाल फूल अर्पित करना सुहागन महिलाओं के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। इससे मां की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि, संतान सुख और धन की प्राप्ति होती है। मां का आशीर्वाद जीवन के सभी दुखों को हरता है और भक्तों को एक सुखद और समृद्ध जीवन प्रदान करता है।

शिव का विरह और माता सती के ये अंग बन गए शक्तिपीठ…कहां-कहां गिरा था देवी का अंग और बन गया धाम?

इसलिए, आरती के समय लाल फूल अवश्य अर्पित करें और मां स्कंदमाता की कृपा से अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Tags:

DevotionalDharamKaramdharmDharmikDharmkiBaatDharmNewsIndia newsindianewslatest india newsPaathKathayeShardiya Navratri 2024spritualSpritualitytoday india newsइंडिया न्यूज

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue