संबंधित खबरें
अगर श्री कृष्ण चाहते तो चुटकियों में रोक सकते थे महाभारत का युद्ध, क्यों नही उठाए अपने अस्त्र? इस वजह से बने थे पार्थ के सारथी!
आखिर क्या वजह आन पड़ी कि भगवान शिव को लेना पड़ा भैरव अवतार, इन कथाओं में छुपा है ये बड़ा रहस्य, काशी में आज भी मौजूद है सबूत!
इन 3 राशि के जातकों के लिए खास है आज का दिन, गजकेसरी योग से होगा इतना धन लाभ की संभाल नही पाएंगे आप! जानें आज का राशिफल
एक तवायफ के लिए जब इन 2 कट्टर पंडितों ने बदल दिया था अपना धर्म…आशिक बन कबूला था इस्लाम, जानें नाम?
दैवीय शक्तियों का आशीर्वाद किन्नरों को दिया दान… इस अशुभ ग्रह को भी शांत कर देगा जो इस प्रकार किया ये कार्य?
12 साल बाद इस राशि में बनने जा रहा है महाशक्तिशाली गजलक्ष्मी राजयोग, 2025 शुरू होते ही इन 3 राशियों को छप्पर फाड़ देंगी पैसा
India News (इंडिया न्यूज), Nakul In Mahabharat: महाभारत के महाकाव्य में ऐसे कई किरदार हैं जो अपने विशेष गुणों और क्षमताओं के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन उन सब में एक नाम ऐसा है जिसे सौंदर्य के लिए कामदेव के समकक्ष माना जाता है। यह किरदार है—नकुल।
नकुल पांडवों के चौथे भाई थे और उनकी सुंदरता का कोई मुकाबला नहीं था। उनके सौंदर्य की तुलना कामदेव से की जाती थी, जो प्रेम और सौंदर्य के देवता के रूप में जाने जाते हैं। नकुल का यह अद्भुत सौंदर्य महाभारत की कथा में एक विशेष स्थान रखता है और उनके रूप की प्रशंसा न केवल उनके समकालीनों ने की बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी उनकी सुंदरता की चर्चा होती रही।
क्या अपने जन्म से ही अंधे थे धृतराष्ट्र? लेकिन एक भयंकर श्राप से जुड़ा था उनके जीवन का ये सत्य
नकुल का जन्म ऋषि दुर्वासा के वरदान से हुआ था। पांडवों के पिता पांडु की दूसरी पत्नी माद्री के पुत्र होने के नाते नकुल का जन्म भी एक दिव्य वरदान के तहत हुआ था। माद्री के नयन-नख्श और उनकी विशेषताओं को मान्यता दी जाती थी, और यही गुण नकुल को विरासत में मिले।
नकुल के सौंदर्य को लेकर कई कहानियाँ प्रचलित हैं। उन्हें अपनी मां माद्री के सौंदर्य के साथ-साथ मद्र परंपरा की सुंदरता भी प्राप्त थी। उस समय मद्र परंपरा की युवतियों को सुंदरता की प्रतीक माना जाता था और इस परंपरा के अनुसार नकुल भी अपनी सौंदर्यता में अद्वितीय थे।
अर्जुन से प्यार करने की वजह से द्रौपदी को मिला था नर्क, जानें क्यों?
उनकी सुंदरता के बारे में कहा जाता है कि वे श्री कृष्ण से भी अधिक आकर्षक थे। यह विशेषता उन्हें न केवल भव्य और मनमोहक बनाती थी, बल्कि उन्हें एक विशेष सम्मान भी प्राप्त था। उनके रूप और सौंदर्य की चर्चा युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन और द्रुपद सहित सभी प्रमुख पात्रों द्वारा की जाती थी।
नकुल की सुंदरता के साथ-साथ उनकी वीरता और क्षमताओं की भी कई कहानियाँ हैं। वे न केवल अपने सौंदर्य के लिए बल्कि अपनी युद्ध-कला और कर्तव्यनिष्ठा के लिए भी प्रसिद्ध थे। महाभारत के युद्ध में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण थी, और वे अपने कृत्यों से हमेशा अपने धर्म और परिवार के प्रति निष्ठावान रहे।
मर्यादा पुरुषोत्तम होने के बाद भी क्यों भगवान श्री राम ने क्यों फोड़ी थी कौए की आंख?
नकुल की सुंदरता महाभारत की एक विशेष कथा का हिस्सा है, जो न केवल पांडवों के परिवार की गरिमा को दर्शाती है, बल्कि भारतीय पुराणों और धर्मग्रंथों में सौंदर्य और आदर्श के प्रति सम्मान को भी प्रकट करती है। उनकी कथा हमें यह सिखाती है कि सौंदर्य केवल बाहरी गुण नहीं होता, बल्कि यह व्यक्ति की आत्मा और चरित्र के साथ भी जुड़ा होता है।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.