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India News (इंडिया न्यूज), Ramayan Facts: बहुत कम लोग ये जानते हैं कि रामायण में रावण अपने भाई विभीषण की बेटी से खौफ खाता था। पौराणिक कथाओं के अनुसार विभीषण की बेटी के पास एक ऐसी शक्ति थी जिससे रावण में डर था। विभीषण की बेटी बहुत ही तेजस्वी थीं। उनके पास ये ताकत थी कि वो आने वाले कल के बारे में जान सकती थीं। कथाओं की मानें तो उनके पास भविष्यवाणी करने की ताकत थी। वो जो भी भविष्यवाणी करती वो सब सच होती। रामचरितमानस के छंद में भी इसका जिक्र किया गया है। जिसके मुताबिक विभीषण की बेटी के पास कई दिव्य, असुरी और दैवीय शक्तियों का भंडार था। रामचरितमानस के अनुसार विभीषण की बेटी का नाम त्रिजटा था जो कि एक राक्षसी थी। रावण को पता था कि त्रिजटा के मुख से जो भी निकला था वो सही साबित हो जाता है। इसलिए वो डरता था।
रामायण के अनुसार, त्रिजटा भगवान राम की एक भक्त थी और लंका में कैद के दौरान सीता की एक वफादार रक्षक थी।भगवान राम के प्रति उसकी अटूट निष्ठा और भविष्य को देखने की क्षमता के कारण रावण त्रिजटा से डरता था। उसने रावण के पतन और भगवान राम की जीत की भविष्यवाणी की थी, जिससे रावण उसकी शक्तियों से डर गया था। त्रिजटा ने सीता को रावण के क्रोध से बचाने और उनकी कैद की कठोर परिस्थितियों में जीवित रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उसने सीता को भगवान राम की वापसी में अपनी आशा और विश्वास बनाए रखने में भी मदद की।
आज, भारत के बिहार में सीतामढ़ी शहर में त्रिजटा को समर्पित एक मंदिर है, जिसके बारे में माना जाता है कि यह वह स्थान है जहाँ सीता को रावण ने बंदी बनाया था। यह मंदिर त्रिजटा की बहादुरी और भगवान राम और सीता के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
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