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India News (इंडिया न्यूज), Untold Secrets Of Ravana: रावण, जो लंका के राजा और रामायण के मुख्य पात्र के रूप में प्रसिद्ध है, का जन्म ऋषि विश्रवा और राक्षसी कैकसी के पुत्र के रूप में हुआ था। विश्रवा महान विद्वान और ब्रह्मा के पुत्र थे, जबकि कैकसी राक्षस वंश से थीं। इस प्रकार रावण का व्यक्तित्व दोनों ही, देवों और राक्षसों की विशेषताओं का मिश्रण था। वह वेदों और शास्त्रों का ज्ञाता, महान पंडित, और असाधारण रूप से शक्तिशाली राजा था। हालाँकि, उसके अधर्म और अत्याचारों के कारण, अंततः प्रभु श्रीराम ने आश्विन मास की दशमी को उसका वध किया।
लेकिन रावण की मृत्यु के बाद उसके शव से जुड़ी कई आश्चर्यजनक और रहस्यमयी कहानियाँ भी प्रचलित हैं। इन कहानियों में यह दावा किया जाता है कि रावण का शव आज भी सुरक्षित है और संभवतः वह फिर से जीवित हो सकता है। आइए इन रहस्यों को विस्तार से जानें।
कहा जाता है कि रावण के वध के बाद, उसके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उसके छोटे भाई विभीषण को सौंपी गई थी, जो श्रीराम की सहायता से लंका का राजा बने। लेकिन विभीषण ने लंका की राजगद्दी संभालने की जल्दबाजी में रावण के अंतिम संस्कार की अनदेखी की। इसके बाद, मान्यता है कि नागकुल के लोगों ने रावण के शव को अपने साथ ले लिया। नागकुल को विश्वास था कि रावण की मृत्यु क्षणिक है और वह फिर से जीवित हो सकता है।
इन लोगों ने रावण को जीवित करने के कई प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने रावण के शव को सुरक्षित रखने के लिए विशेष रसायनों का उपयोग किया और उसे ममी के रूप में संरक्षित कर दिया। श्रीलंका के कई लोग यह मानते हैं कि रावण का शरीर आज भी सुरक्षित रखा गया है और एक दिन वह फिर से जीवित होकर लौटेगा।
अगस्त 1971 में, एक बौद्ध भिक्षु ने दावा किया था कि एक पर्वत शिखर पर स्थित एक किले में रावण का शव अब भी अपनी पूर्व अवस्था में सुरक्षित रखा हुआ है। यह किला श्रीलंका के रैगला नामक क्षेत्र में स्थित बताया जाता है, जो घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच है। इस गुफा का स्थान इतना गुप्त और दुर्गम है कि वहाँ तक पहुँचना अत्यंत कठिन है।
मान्यताओं के अनुसार, रैगला की यह गुफा लगभग 8,000 फुट की ऊँचाई पर स्थित है, जहाँ रावण का 18 फुट लंबा शव एक ताबूत में रखा हुआ है। इस ताबूत को विशेष लेप से ढका गया है, जिससे यह हजारों वर्षों से सुरक्षित बना हुआ है। कहा जाता है कि यह विशेष लेप ताबूत को समय के प्रभाव से बचाए रखता है और यही कारण है कि रावण का शव अब तक जस का तस है।
रैगला की गुफा को लेकर कई लोककथाएँ और रहस्य हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह गुफा रावण के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रमाण है। रावण न केवल युद्धकला और राजनीति में निपुण था, बल्कि वह कई गूढ़ विद्याओं का ज्ञाता भी था। रावण की मृत्यु के बाद भी उसकी ममी के रूप में संरक्षित शव को लेकर श्रीलंका में लोगों के बीच यह विश्वास है कि एक दिन वह फिर से लौटकर आएगा।
रावण की मृत्यु के बाद उसके शव को लेकर कई रहस्य और कहानियाँ प्रचलित हैं। कुछ मान्यताओं के अनुसार, उसका शव अभी भी सुरक्षित है और उसे ममी के रूप में संरक्षित रखा गया है। हालाँकि, वैज्ञानिक रूप से इस तरह की किसी बात की पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी रावण के शव और उसकी ममी को लेकर लोककथाएँ और मान्यताएँ आज भी लोगों के मन में जीवित हैं। रावण का व्यक्तित्व और उससे जुड़े रहस्य भारतीय पौराणिक कथाओं के साथ-साथ आज भी चर्चा का विषय बने हुए हैं।
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
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