होम / वनवास के दौरान भगवान राम ने खुद बनाई थी ये अलौकिक चीजें…शिव से जुडी इस वास्तु की भी की थी स्थापना?

वनवास के दौरान भगवान राम ने खुद बनाई थी ये अलौकिक चीजें…शिव से जुडी इस वास्तु की भी की थी स्थापना?

Prachi Jain • LAST UPDATED : September 14, 2024, 3:51 pm IST

Bhagwan Ram During Vanvas: भगवान राम ने अपने वनवास के 12 वर्षों में आदिवासियों और वनवासियों के बीच रहकर उन्हें जीवन की बुनियादी शिक्षाएं दीं।

India News (इंडिया न्यूज), Bhagwan Ram During Vanvas: भगवान श्रीराम की 14 वर्ष की वनवास यात्रा न केवल उनकी वीरता और आदर्शों को प्रकट करती है, बल्कि उनकी समाज सेवा और सांस्कृतिक योगदान को भी दर्शाती है। इस अवधि में उन्होंने न केवल संघर्ष किया बल्कि अनेक सामाजिक और सांस्कृतिक कार्य भी किए।

आदिवासियों और वनवासियों की शिक्षा और कुशलता:

भगवान राम ने अपने वनवास के 12 वर्षों में आदिवासियों और वनवासियों के बीच रहकर उन्हें जीवन की बुनियादी शिक्षाएं दीं। उन्होंने उन्हें झोपड़ियां बनाना और अन्य आवश्यक कौशल सिखाए, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार हुआ।

क्या मांस-मच्छी खाने वालो की पूजा स्वीकार करते है भगवान, क्या कहते हैं इसपर वेद और पुराण?

मंदिर और तालाबों का निर्माण:

भगवान राम ने अयोध्या से लंका तक की यात्रा के दौरान कई स्थानों पर मंदिर और तालाब बनाए। जब वे चित्रकूट गए, तो वहां उन्होंने एक कुटिया बनाई और पहाड़ी पर मंदिर भी स्थापित किया। इसी प्रकार, नासिक के पंचवटी क्षेत्र में भी उन्होंने एक कुटिया बनाई और वहां के निवासियों को झोपड़ियां बनाना सिखाया।

रामेश्वरम में शिव पूजा:

लंका पर आक्रमण करने से पहले भगवान राम ने रामेश्वरम में भगवान शिव की पूजा की। वहाँ उन्होंने भगवान शिव के लिए एक शिवलिंग की स्थापना की, जो आज भी रामेश्वरम का प्रमुख धार्मिक स्थल है।

किस बात पर क्रोधित हुई थी द्रौपदी? जो कुत्तों को हमेशा खुले में संबंध बनाने का दिया था श्राप

शिवलिंगों की स्थापना और मंदिर निर्माण:

भगवान राम ने अपने यात्रा मार्ग में कई स्थानों पर शिवलिंगों की स्थापना की और मंदिरों का निर्माण करवाया, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिला।

धनुष-बाण निर्माण और चलाने की कला:

उन्होंने वनवासियों को धनुष-बाण बनाना और चलाना सिखाया, जिससे उनकी रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भरता बढ़ी।

आखिरी समय में ससुर जी को नहीं देख पाई थीं माँ सीता, दुख में किया कुछ ऐसा जो पहले कभी किसी महिला ने नहीं किया?

तालाबों का निर्माण:

भगवान राम ने वर्षा जल संग्रहण के लिए जंगलों में कई तालाब भी बनाए। इनमें से कुछ तालाब देवी लक्ष्मण और देवी सीता द्वारा भी निर्मित थे। ये तालाब पीने के पानी के स्रोत के रूप में उपयोग में आए।

इन कार्यों से भगवान श्रीराम ने केवल एक आदर्श राजा और योद्धा के रूप में ही नहीं, बल्कि एक समाज सुधारक और सांस्कृतिक पुनरुद्धारक के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके कार्यों ने न केवल उनके समय के समाज को लाभ पहुंचाया बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बने।

खाटू श्याम से लौटते समय जो ले आये ये 5 चीजें तो खुल जाएंगे बंद किस्मत के दरवाजें? जानें नाम!

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

बारिश न बिगाड़ दें भारत और बांग्लादेश के पहले टेस्ट मैच का खेल, जानें कैसा रहेगा चेन्नई में मौसम का मिजाज
Baghpat Road Accident: यूपी में भीषण सड़क हादसा! ट्रॉली और पिकपक की भिंड़त में 2 की मौत
UP Roadways: बस से सफर करने वालों को मिली बड़ी सौगात, इन बसों के टिकट भी होंगे ऑनलाइन बुक
सालों बाद Hrithik Roshan-Sussanne Khan के तलाक की सच्चाई आई सामने, जायद खान ने कर दिया चौंकाने वाला खुलासा
Atishi Oath Swearing Ceremony: 21 सितंबर को आतिशी ले सकती हैं सीएम पद की शपथ, LG ने भेजा राष्ट्रपति को पत्र
Nalanda News: पहले की हत्या फिर शव को दफनाया! जानें पूरा मामला
पहले कंपनी फिर दोस्तों ने छोड़ा साथ, पुणे में लड़की की मौत के बाद मां की चिट्ठी ने किया शॉकिंग खुलासा
ADVERTISEMENT