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छोटी दीवाली को क्यों कहा जाता है नरक चतुर्दशी? श्रीकृष्ण और सत्यभामा से जुड़ी है इसकी पौराणिक कथा

BY: Nishika Shrivastava • LAST UPDATED : October 29, 2024, 6:20 pm IST
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छोटी दीवाली को क्यों कहा जाता है नरक चतुर्दशी? श्रीकृष्ण और सत्यभामा से जुड़ी है इसकी पौराणिक कथा

Choti Diwali 2024

India News (इंडिया न्यूज), Choti Diwali 2024: दिवाली को हिंदुओं का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार कहा जा सकता है। दिवाली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है, जिसे हम छोटी दिवाली के नाम से जानते हैं। इस दिन को मनाने के पीछे एक पौराणिक कथा है, जो भगवान कृष्ण से जुड़ी है।

क्या है पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भौमासुर यानि नरकासुर नामक राक्षस ने तीनों लोकों में उत्पात मचा रखा था। मनुष्य से लेकर देवता तक सभी उसके अत्याचारों से परेशान थे। नरकासुर को श्राप था कि उसकी मृत्यु केवल स्त्री के हाथों ही होगी, इसलिए उसने करीब 16 हजार कन्याओं का अपहरण कर लिया था। इस स्थिति से निपटने के लिए इंद्रदेव भगवान कृष्ण के पास मदद मांगने गए।

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इंद्रदेव की प्रार्थना स्वीकार करते हुए भगवान कृष्ण अपनी पत्नी सत्यभामा के साथ गरुड़ पर सवार होकर नरकासुर का वध करने के लिए निकल पड़े। उन्होंने सत्यभामा को अपना सारथी बनाया और उनकी मदद से नरकासुर का वध कर दिया। इसके बाद श्री कृष्ण और सत्यभामा ने 16100 कन्याओं को राक्षस की कैद से मुक्त कराया। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरकासुर का वध किया था। इसलिए हर साल इस तिथि को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है, जिसे हम सभी छोटी दिवाली के नाम से जानते हैं।

छोटी दिवाली शुभ मुहूर्त

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वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की चतुर्दशी तिथि 30 अक्टूबर को दोपहर 01:15 बजे से शुरू होने जा रही है। वहीं, यह तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 03:52 बजे समाप्त होगी। ऐसे में छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी 30 अक्टूबर बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन शुभ मुहूर्त इस प्रकार रहेगा-

  • काली चौदस मुहूर्त- 31 अक्टूबर को रात 11:39 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक
  • हनुमान पूजा मुहूर्त- 31 अक्टूबर को रात 11:39 बजे से दोपहर 12:31 बजे तक

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