संबंधित खबरें
पुरुषों के स्पर्म काउंट से लेकर फर्टिलिटी तक, सभी परेशानी होंगी दूर, बस करना होगा इस हरे रंग की चीज का सेवन
हार्ट की बंद पड़ी नसों को खोलने के लिए पानी में उबालकर पीएं ये 2 चीजें, जमी गंदगी को तुरंत पिघलाकर करेगा बाहर
चेहरा खराब कर देते हैं किडनी फेलियर के ये 4 भयंकर लक्षण, समय से पहले करवा लें जांच वरना झेलनी पड़ सकती है बड़ी परेशानी
शौक के लिए नहीं बल्कि शरीर के लिए खाएं चांदी की थाली में खाना, मिलेंगे ये 4 तरह के गजब के फायदें, जिसे सुन आप भी रह जाएंगे हैरान
फैटी लिवर में दवा को भी फेल करते हैं ये 4 जूस, आज से ही खाली पेट पीना कर दें शुरू, जड़ से निपट जाएंगी सारी बीमारियां!
3 चीज़े अंदर से सड़ा रही हैं आपकी किडनी, गुर्दे फेल होने से पहले सुधार लें ये आदत!
इंडिया न्यूज :
वैसे तो सभी लोगों को पता होता है कि अच्छी सेहत के लिए शरीर में सभी न्यूट्रिएंट्स का होना जरूरी है। यह तभी मुमकिन है जब आप पोषण से भरपूर डाइट का सेवन करें। तो आइए जानते हैं हमारे शरीर के लिए कौन से न्यूट्रिएंट्स का होना जरूरी है।
यह हड्डियों और दांतों की सही संरचना के लिए बहुत जरूरी है। इसकी कमी से टाइप-2 डायबिटीज, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, दिल की बीमारी, आॅस्टियोपोरोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
विटामिन ए हेल्दी स्किन, दांत, हड्डियां और सेल मेम्ब्रेन मेंटेन करने के लिए जरूरी हैं। ये आंखों के रंग और दृष्टि के लिए भी जरूरी है। वेस्टर्न डाइट का सेवन करने वाले 75 फीसदी लोगों को इसकी कमी नहीं होती। विटामिन ए डेफिशिएंसी विकासशील देशों में एक कॉमन समस्या है।
कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत रखने के लिए बेहद जरूरी है। इसके बिना दिल, मांसपेशियां और नसें काम करना बंद कर देती हैं। कैल्शियम की कमी का सबसे बड़ा लक्षण हड्डियां कमजोर होना है।
आयरन रेड ब्लड सेल्स का जरूरी कॉम्पोनेंट है। ये हीमोग्लोबिन के साथ मिलकर आॅक्सिजन को हमारे शरीर के सेल्स तक पहुंचाने का काम करता है। हेल्थलाइन रिपोर्ट अनुसार दुनिया में 25 फीसदी से ज्यादा लोग आयरन की कमी से जूझते हैं। साथ ही 47 फीसदी प्री स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को इसकी कमी होती है। माहवारी का अनुभव करने वाली 30 फीसदी महिलाओं और 42फीसदी गर्भवती महिलाओं को आयरन की कमी होती है।
आयोडीन डेफिशिएंसी बच्चों में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। आयोडीन एक तरह का मिनरल है, जिसकी कमी से थाइरॉयड हॉरमोन का प्रोडक्शन पर्याप्त मात्रा में होता है। थाइरॉयड हॉरमोन्स ब्रेन फंक्शन, शरीर के विकास और हड्डियों को मेंटेन करने के लिए जरूरी होते हैं। आयोडीन डेफिशिएंसी बच्चों में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। इससे मानसिक विकलांगता और असामान्य विकास होता है।
विटामिन डी का प्रोडक्शन त्वचा पर मिलने वाले कोलेस्ट्रॉल से होता है। इसका सबसे बड़ा सोर्स सूरज की रोशनी है। यानी जो लोग भूमध्य रेखा से दूर रहते हैं। उनमें इस न्यूट्रिएंट की कमी होने की संभावना ज्यादा होती है। इस वजह से उन्हें विटामिन डी के सप्लिमेंट लेने की सलाह दी जाती है।
विटामिन बी 12 एक बहुत ही जरूरी विटामिन है। यह खून बनाने में काम आता है। इससे दिमाग और नर्वस सिस्टम की फंक्श्निंग सही होती है। इसका मतलब शरीर के सभी सेल्स को ठीक से काम करने के लिए विटामिन बी 12 की जरूरत होती है।
ये भी पढ़े : सैलरी के अलावा एक करोड़ का बीमा, कैंटीन, मेडिकल समेत मिलेंगी कई सुविधाएं, वायुसेना ने जारी की डिटेल
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.