India News (इंडिया न्यूज),Benefits of Moringa: थायराइड एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो आजकल महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम हो गई है। यह समस्या तब होती है जब थायराइड ग्रंथि उचित मात्रा में हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है या जरूरत से ज्यादा हार्मोन का उत्पादन करती है। अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह वजन बढ़ने, थकान, बालों के झड़ने और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।
थायराइड के प्राकृतिक उपचार में औषधीय पेड़-पौधे काफी फायदेमंद हो सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके 21 पत्तों का सेवन अगर 21 दिनों तक किया जाए तो थायराइड की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है। यह उपाय न सिर्फ सुरक्षित है बल्कि बेहद कारगर भी है।
Moringa Stem Benefits: इस हरी चीज की डंडी का सेवन फाड़ कर निकाल फेकेगा सारा कचरा
इस औषधीय पेड़ का नाम है मोरिंगा। आयुर्वेद में मोरिंगा को चमत्कारी औषधि के रूप में जाना जाता है। इसके पत्ते, फल और छाल सभी औषधीय गुणों से भरपूर हैं। मोरिंगा की पत्तियों में विटामिन ए, सी, कैल्शियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
सोरिंगा के पत्तों में ऐसे गुण होते हैं जो थायरॉइड ग्रंथि के कार्य को सामान्य करने में मदद करते हैं। ये पत्ते हाइपोथायरॉइड (थायरॉइड हार्मोन की कमी) और हाइपरथायरॉइड (थायरॉइड हार्मोन की अधिकता) दोनों स्थितियों में फायदेमंद होते हैं।
मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाता है
मोरिंगा के पत्ते मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाकर थायरॉइड हार्मोन को संतुलित करते हैं।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि की सूजन को कम करते हैं।
डिटॉक्सिफिकेशन
मोरिंगा के पत्ते शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं, जिससे थायरॉइड के लक्षणों में सुधार होता है।
सहज सेवन का सही तरीका
मोरिंगा के पत्तों का सेवन करने का सही तरीका बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके।
ताजा पत्ते चुनें
मोरिंगा के पेड़ से 21 ताजा और हरे पत्ते तोड़ें। ध्यान रखें कि पत्ते साफ और कीटनाशक मुक्त हों।
धोएं
पत्ते को पानी में अच्छी तरह से धो लें, ताकि उन पर लगी धूल और गंदगी निकल जाए।
खाली पेट सेवन करें
इन पत्तों को रोज सुबह खाली पेट चबाएं। अगर चबाना मुश्किल हो तो इन्हें पीसकर एक गिलास पानी के साथ सेवन करें।
लगातार 21 दिन तक सेवन करें
यह प्रक्रिया लगातार 21 दिन तक करें। अगर थायरॉइड की समस्या गंभीर है तो डॉक्टर से सलाह लेकर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
हड्डियों को मजबूत करता है।
मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है।
खून को साफ करता है।