India News (इंडिया न्यूज), Death of Brian Johnson: हाल ही में, उद्यमी और दीर्घायु समर्थक ब्रायन जॉनसन ने एक चर्चित बयान दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि जिन पुरुषों को रात में इरेक्शन नहीं होता, उनकी असमय मृत्यु की संभावना 70% अधिक होती है। यह बयान रणवीर शो पॉडकास्ट पर दिया गया, जहां उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संकेतक के रूप में बताया। हालांकि, यह दावा काफी चर्चित और विवादास्पद रहा है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
ब्रायन जॉनसन का दावा
Death of Brian Johnson: ब्रायन जॉनसन की मृत्यु पर हुई ऐसी खतरनाक भविष्यवाणी
यूरोलॉजिस्ट और हृदय रोग विशेषज्ञ ब्रायन जॉनसन के दावे से पूरी तरह सहमत नहीं हैं।
शोध के निष्कर्ष:
जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन ने संकेत दिया कि ED से पीड़ित पुरुषों में हृदय रोग विकसित होने का जोखिम अधिक होता है।
सर्कुलेशन जर्नल में प्रकाशित एक बड़े अध्ययन में बताया गया कि ED हृदय संबंधी समस्याओं का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
सीधे प्रमाण का अभाव:
वर्तमान में कोई प्रत्यक्ष वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो यह पुष्टि करता हो कि रात में इरेक्शन न होना असमय मृत्यु की संभावना को 70% तक बढ़ा देता है।
पुरुष अपने यौन और समग्र स्वास्थ्य की निगरानी कैसे करें?
पुरुषों को अपने यौन स्वास्थ्य को एक प्रारंभिक चेतावनी संकेत के रूप में देखना चाहिए। यदि NPT में कमी आती है, तो यह संभावित स्वास्थ्य समस्याओं की ओर संकेत कर सकता है।
स्टैम्प टेस्ट या अन्य चिकित्सा उपकरणों से रात के इरेक्शन को मॉनिटर किया जा सकता है।
नियमित व्यायाम:
तेज चलना, तैरना, और साइकिल चलाना रक्त प्रवाह और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है।
संतुलित आहार:
फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार लेना फायदेमंद होता है।
तनाव प्रबंधन:
योग, ध्यान, और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है। स्लीप एपनिया की समस्या होने पर चिकित्सक से परामर्श करें।
नियमित स्वास्थ्य जांच:
रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और टेस्टोस्टेरोन की जांच करवाना चाहिए।
रात में इरेक्शन न होना स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, लेकिन इसे सीधे असमय मृत्यु की भविष्यवाणी के रूप में देखना अतिशयोक्ति है। पुरुषों को अपने यौन स्वास्थ्य में किसी भी बदलाव को गंभीरता से लेना चाहिए और जीवनशैली में सुधार के साथ नियमित चिकित्सीय परामर्श अपनाना चाहिए।
ब्रायन जॉनसन का बयान ध्यान आकर्षित करने वाला है, लेकिन इसके पीछे के वैज्ञानिक आधार को पूरी तरह से सत्यापित करने की आवश्यकता है।